महेंद्र सिंह धोनी ने सेना के विशेष बल का प्रतीक चिन्ह पहनकर गलती कर दी. भले ही उनका इरादा ऐसा नहीं था. टीम पोशाक पर स्वीकृत सैन्य और राष्ट्रवादी प्रतीकों के अलावा अन्य प्रतीकों को अंतर्राष्ट्रीय खेलों से बाहर रखा जाना चाहिए. चैंपियन खिलाड़ियों को अपनी लड़ाई और राष्ट्रवाद को खेल कौशल तक ही सीमित रखना चाहिए.
होम50 शब्दों में मतधोनी गलत थे. चैंपियंस को अपनी लड़ाई और राष्ट्रवाद को खेल कौशल तक सीमित रखना चाहिए
