एक नाबालिग के उत्पीड़न मामले में दिल्ली पुलिस का बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस वापस लेने के फैसले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. नाबालिग और उसके परिवार ने कई विरोधाभासी बयान दिए हैं. आपराधिक न्यायिक व्यवस्था यह सुनिश्चित करे कि पीड़ितों को शक्तिशाली मुजरिम प्रभावित या डरा-धमका न सके.