सिद्दीकी कप्पन की रिहाई में देरी जमानत मिलने के बाद जेल से छोड़े जाने के विचाराधीन कैदियों के अधिकार पर हमला है. वैसे भी, कप्पन को जमानत मिलने में सालों लग गए. फिर नौकरशाही के स्तर प्रक्रियागत बाधाओं के कारण उन्हें और ज्यादा समय जेल में बिताना पड़ा. इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.