दिल्ली के स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करना चीज़ों को ठीक तरह से न समझ पाने को दिखाता है. मजबूती से राष्ट्र निर्माण करने से देशभक्ति की भावना आती है न कि किसी और तरह से. आजादी के 75 साल बाद और उससे पहले के 5000 साल की सभ्यता वाले देश में छात्रों को देशभक्ति की घुट्टी पिलाने की जरूरत नहीं. इसके बजाए, कानून और संविधान के प्रति आदर बढ़े, इसका प्रयास किया जाना चाहिए.