कॉन्ट्रैक्टर के सुसाइड में कर्नाटक मंत्री ईश्वरप्पा का इस्तीफा मुद्दे को दबा नहीं सकता है. हालांकि यह दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल और केंद्रीय मंत्री अजय टेनी के मामलों में बीजेपी के बेशर्म रवैये से एक कदम आगे है. बीजेपी के क्लीन गवर्नेंस के दावे और सीएम बोम्मई के शासन पर कई सवाल बने हुए हैं.
हार्दिक पटेल की नाराजगी दिखाती है कि कांग्रेस युवा, महत्वाकांक्षी नेताओं की ‘राजनीतिक कब्रगाह’ है
गुजरात कांग्रेस वर्किंग कमिटी के अध्यक्ष हार्दिक पटेल की पार्टी नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी युवा, महत्वाकांक्षी राजनेताओं के लिए एक ‘राजनीतिक कब्रगाह’ बनने की गहरी निराशा की पुष्टि करता है. गांधी की बेपरवाह रवैय से पता चलता है कि उन्होंने चुनावी हार से कोई सबक नहीं लिया है. भारतीय लोकतंत्र को एक जीवंत विपक्ष की जरूरत है, न कि एक शुतुरमुर्ग की, जिसका सिर रेत में दबा हो.