scorecardresearch
Saturday, 15 June, 2024
होम50 शब्दों में मतपरमाणु असलहा की बात मोदी द्वारा चुनावी फायदे के लिए करना सामरिक और नैतिक रूप से ग़लत है

परमाणु असलहा की बात मोदी द्वारा चुनावी फायदे के लिए करना सामरिक और नैतिक रूप से ग़लत है

दिप्रिंट का महत्वपूर्ण मामलों पर सबसे तेज़ नज़रिया.

Text Size:

ये एक तीखा प्रचार है, पर मोदी के एक चुनावी रैली में परमाणु शक्ति का दंभ भरना एक ज़िम्मेदार परमाणु शक्ति के नेता को शोभा नहीं देता. परमाणु शस्त्र आखरी हथियार है. ये सामरिक, रणनीतिक और नैतिक रूप से गलत है कि इसका इस्तेमाल अपने चुनावी फायदे के लिए किया जाये.

सीजेआई गोगोई को गुस्से और जल्दबाज़ी में जवाब नहीं देना चाहिए था, उन्हें अपना अपना काम जारी रखना चाहिए

भारत के मुख्य न्यायाधीश को अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप पर नाराज़गी व्यक्त करने का अधिकार है. लेकिन गुस्से और जल्दबाज़ी में एक बेंच अध्यक्षता वो खुद कर रहे थे . इस आरोप को खारिज करना गलत है. यह शिकायत अदालत के आतंरिक शिकायत समितियों (आईसीसी) के पास जानी चाहिए. निर्णय आने तक सीजेआई को सामान्य रूप से काम जारी रखना चाहिए.

share & View comments