एनएसजी में शामिल ना हो पाने के कारण भारत की यूरेनियम आपूर्ति पूरी नहीं हो पाती है. इसलिए, बिजली उत्पादन के लिए कोयले पर अत्यधिक निर्भरता के बारे में स्पष्ट से बात करके पीएम मोदी ने सही किया. पश्चिमी शक्तियों को उत्सर्जन में कटौती के लिए भारत को उपदेश देने के बजाय भारत की एनएसजी में एंट्री पर वीटो को समाप्त करने के लिए चीन पर दबाव डालना चाहिए.