चीन वैश्विक व्यवस्था में तालीबानी संगठन को नॉर्मल बनाने की शुरुआत करते हुए इसके राजदूत को स्वीकार करने वाला पहला देश बन गया है. यह अफगानिस्तान की नियति है, जिसे सबको स्वीकार करना होगा, भले ही महिलाओं के अधिकारों, और आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए तालिबान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाए रखने के प्रयास जारी है.