मैच के बाद कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में व्हाट्सएप पोस्ट और नारे लगाने पर कश्मीरी छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया को दिखाती है. कश्मीरी युवाओं तक पहुंचने की अमित शाह की कवायद के ये ठीक उलट है. ये समय अविश्वास को दूर करने का है न कि इसे और बढ़ाने का. राजनीतिक मजबूरियों के चलते राष्ट्र हित प्रभावित नहीं होना चाहिए.