केंद्र और राज्य सरकारें पलायन करके अपने गांवों को जा रहे मज़दूरों का आरोप एक दूसरे पर मढ़ना छोड़ें. वे लोग परिस्थिति के मारे हैं, लॉकडाउन तोड़ने वाले. मुजरिम नहीं. केंद्र और राज्य सरकारों को एक दूसरे को नीचा दिखाने की बजाए बेहतर सहयोग करना चाहिए ताकि इस जन स्वास्थ्य आपातकाल को एक बड़े मानवीय संकट बनने से रोक सकें.