निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया 2020 का बजट निराश करने वाला है. इसमें कुछ उत्साहित करने वाली घोषणाएं हैं लेकिन अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कोई बड़ा विचार या कदम नहीं है. यह दिखाता है कि मोदी सरकार अपने राजनीतिक और सामाजिक एजेंडे की तरह आर्थिक नीति में यथास्थिति को बाधित नहीं करना चाहती या ऐसा कर नहीं पा रही है.