भाजपा शासित मणिपुर जातीय रूप से विभाजित हो चुका है. कुकी नेताओं ने सीएम बीरेन सिंह के खिलाफ विद्रोह कर दिया है जो खुद मैतेई हैं. मुख्यमंत्री का अमित शाह के साथ कुकी बहुल चुराचांदपुर नहीं जाना और कुकी डीजीपी को त्रिपुरा कैडर के अधिकारी के साथ बदलना एक विवादित और विभाजित प्रशासन का प्रतीक है. न्यायपालिका को दोष देने से राजनीतिक और प्रशासनिक अक्षमता नहीं छिप सकती.