आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का यह दावा कि लोकतंत्र में केवल भारतीयों का ही प्रभुत्व हो सकता है, हिंदू या मुस्लिम का नहीं. उनका गोरक्षकवाद को हिंदुत्व विरोधी बताना एक स्पष्ट संदेश है. हालांकि, भागवत का समावेशी वैश्विक नजरिया दिखाने का यह प्रयास तभी सफल होगा जब बड़ा संघ परिवार इस सलाह का पालन करना शुरू करेगा.