आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत का धर्म आधारित असंतुलन दूर करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण नीति का आह्वान करना बेमानी है. मुसलमानों की प्रजनन दर धार्मिक समुदायों में सबसे अधिक हो सकती है, लेकिन पिछले दो दशकों में इसमें तेज गिरावट देखी गई है. भागवत का पूर्वी तिमोर, दक्षिण सूडान और कोसोवो का जिक्र करना भी भारत के संदर्भ में पूरी तरह गलत है.
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