अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा राहुल गांधी का मूल्यांकन कैंडिड और अकूटनीतिक हो सकता है लेकिन ये कोई रहस्यमयी बात का सामने आना नहीं है. चुनाव दर चुनाव मतदाताओं ने जो बयान किया है उसे ओबामा ने स्कॉलर वाला दृष्टिकोण दिया है. कांग्रेसियों की नाराजगी अनुमान के मुताबिक है लेकिन ये सेल्फ-सर्विंग है. गांधी के नेतृत्व पर ईमानदारी से आत्मचिंतन करने की जरूरत है.