मणिपुर की हालिया घटना दिखाती है कि राज्य जल्द ही नस्लीय युद्ध के नजदीक जाने वाला है. केंद्रीय बलों को भेजने से संकट नहीं टलेगा. राजनीति पूरी तरह से चरमरा चुकी है और सरकार पर भी भरोसा कमजोर हुआ है. पीएम मोदी को अपनी राजनीतिक साख का इस्तेमाल कर कुकी और मैतेई से बातचीत करनी चाहिए.