दुनियाभर के लिए दशकों से अमेरिका लोकतांत्रिक मूल्यों को सिखाने वाला देश रहा है. कैपिटोल हिल हिंसा ने उसके कमजोर बिंदु को उजागर कर दिया है. जो बाइडन 20 जनवरी को ऐसे समय में राष्ट्रपति पद संभालेंगे जब नैतिक तौर पर उसका कद गंभीर रूप से जख्मी हुआ है. ये सभी लोकतंत्रों के लिए एक सबक है कि स्वतंत्रता को गंभीरता से लें और चुने हुए उत्तेजक नेताओं के नकारात्मक पहलुओं को समझें.