नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज और पार्टी की साथी विधायक अलका लांबा बुधवार को ट्विटर पर भिड़ गये. दोनों के बीच घंटों बहस चली. यह विवाद कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी करने के बाद शुरू हुआ. कांग्रेस ने घोषणा पत्र में पुंडुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात की है. इसको लेकर आप ने कांग्रेस को दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जा देने के खिलाफ बताते हुए उस पर सवाल खड़े किये. अलका लांबा की इस पर प्रतिक्रिया देने के बाद ट्विटर पर दोनों विधायकों के बीच जंग शुरू हो गई.
हर पार्टी का अपना घोषणा पत्र होता है,
काँग्रेस के घोषणा पत्र में #पॉन्डिचेरी को तो पूर्ण राज्य देने की बात है,पर #दिल्ली को लेकर कोई बात नही है,साफ है कि काँग्रेस के लिये अब"दिल्ली-पूर्ण राज्य"मुद्दा नही रहा।
वहीं आप इसी मुद्दों को अपना प्रमुख मुद्दा बना रही है#गठबंधन कैसे होगा?— Alka Lamba (@LambaAlka) April 2, 2019
उन्होंने हिंदी में ट्वीट करते हुए कहा कि प्रत्येक पार्टी का अपना घोषणा पत्र होता है और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पुंडुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात की है, लेकिन दिल्ली के लिए ऐसा नहीं कहा. उन्होंने सवाल किया, ‘यह साफ है कि कांग्रेस के लिए दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देना मुद्दा नहीं है. वहीं दूसरी तरफ आप इसे अपना मुख्य मुद्दा बना रही है. गठबंधन कैसे होगा?’
दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलें लंबे समय से चल रही हैं. आप ने दिल्ली में अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं और कहा है कि वह अपने उम्मीदवारों के साथ चुनाव मैदान में आगे बढ़ेगी और किसी गठबंधन का इंतजार नहीं करेगी.
आप क्या चाहती हैं ? पूर्ण राज्य या ….. https://t.co/rEpwnhsRJh
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) April 2, 2019
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अलका के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए ग्रेटर कैलाश के विधायक भारद्वाज ने पूछा कि वे क्या चाहती हैं, ‘पूर्ण राज्य या..?’
मेरे चाहने ना चाहने से क्या फ़र्क पड़ता है…. वैसे भी यह पूछने का समय अब निकल चुका है… अब तो दिल्ली की जनता ही तय करेगी। https://t.co/4hbvPr2KlI
— Alka Lamba (@LambaAlka) April 2, 2019
इस पर अलका ने कहा कि वे क्या चाहती हैं इससे फर्क नहीं पड़ता, इसका फैसला जनता करेगी.
मेरी जनता मुझे बखूबी जानती है,
2020 आने पर पूरा 5 साल का जवाब-हिसाब और क्या सोचती हूँ सब बता दूँगी,
दूसरी बात मैं आप से उलट सोचती हूँ,
जनता से अधिक नेता को पता होना चाहिए कि उसकी जनता क्या सोचती और चाहती है,नेता को वही करना चाहिये, नाकि जनता पर अपनी थोपनी चाहिये। https://t.co/uYS9Lt5Glz— Alka Lamba (@LambaAlka) April 2, 2019
ट्विटर पर एक-दूसरे पर हमला करने के दौरान लांबा ने भारद्वाज पर उन्हें उकसाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता हूं और वे पार्टी के नेता और प्रवक्ता हैं. एक प्रवक्ता के तौर पर वे क्या संदेश देना चाहते हैं? वे सोशल मीडिया पर ऐसा पहली बार नहीं कर रहे हैं.’
आप को इतनी जल्दी क्या है ?
क्यों इतने बैचैन हैं ?
कुछ तो पहले ही जा चुके हैं,
कुछ अभी आसानी से जाने वाले नही हैं:) कोशिश जारी रखिये :).
आप तो अभी सर्वे कर मुझे जनता से पूछने और मेरे साथ चलने की बात कह रहे थे :),
3अप्रैल, 3बजे ,जामा मस्जिद गेट नंबर 1 पर इंतज़ार रहेगा,आइयेगा जरूर। https://t.co/9axuCb4s8a— Alka Lamba (@LambaAlka) April 2, 2019
भारद्वाज ने प्रतिक्रिया में उन्हें हिम्मत दिखाने और कांग्रेस में शामिल होने की चुनौती दी. उन्होंने कहा, ‘थोड़ी हिम्मत दिखाओ, कल कांग्रेस में शामिल हो जाओ. है दम?’ उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं, लेकिन वह इतनी आसानी से नहीं जाने वाली हैं.’ लांबा ने कहा कि वे एक लाइव सर्वेक्षण के लिए बुधवार को जामा मस्जिद में एक जनसभा आयोजित करेंगी.
भारद्वाज ने इसके बाद आप संयोजक का एक पत्र ट्वीट किया जिसमें अलका ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा, ‘लोगों से पूछो कि क्या मुझे कांग्रेस में जाना चाहिए. अगर लोग राजी हों तो केवल इस पर हस्ताक्षर कर देना और आपका भाई सब संभाल लेगा. अगर जनता मना करती है तो अनुशासन में रहना.’ लांबा ने भी भारद्वाज को जनसभा और सर्वेक्षण के लिए आमंत्रित किया.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)