नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने राष्ट्रीय जनता दल के छात्र संरक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया है. तेज प्रताप ने ट्वीट कर पद से इस्तीफा देने की बात कही है. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूं, नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं. कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे. बता दें कि पिछले कुछ महीनों से तेज प्रताप की अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी खटपट की खबरें आती रही हैं.
तेज प्रताप के लिए खबर आ रही थी कि बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर भी उनका कुछ विवाद चल रहा था. वह शिवहर और जहानाबाद सीट से अपना उम्मीदवार उतारने की बात कर रहे थे जिसे लेकर तेजस्वी उन्हें मनाने में जुटे हुए थे. पार्टी लीक से अलग चलने वाले तेजप्रताप ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि यदि तेजस्वी मेरी बात मानेंगे तो दोनों सीटों से अपने उम्मीदवार उतारेंगे. उन्होंने शिवहर के लिए अंगेश सिंह और जहानाबाद से चंद्रप्रकाश का नाम आगे बढ़ाया था.
छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूँ।
नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं।
कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे।— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) March 28, 2019
अब जब तेज प्रताप ने आरजेडी के छात्र संरक्षक पद से इस्तीफा दे दिया है तो यह माना जा रहा है कि तेजस्वी उन्हें मनाने में असफल रहे हैं. तब जब तेजप्रताप ने साफ-साफ कहा था कि तेजस्वी और उनके बीच कोई मतभेद नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि युवाओं को राजनीति में मौका मिलना चाहिए और यह देश युवाओं का देश है.
वहीं तेज प्रताप ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पटना विश्वविद्यालय के छात्र और छात्रों के हक की लड़ाई हमेशा लड़ने वाले गगन यादव को छात्र राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बधाई दी थी. उन्होंने लिखा था उम्मीद है छात्र राजद के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष छात्रों के संघर्ष की लड़ाई लड़ते हुए छात्र राजद को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
बता दें कि बिहार में हुए महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. बिहार में एनडीए अपने उम्मीदवार घोषित कर चुका है लेकिन महागठबंधन में अभी तक तालमेल नहीं बन पाया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. वैसे, यह पहला मौका नहीं है कि तेजप्रताप की नाराजगी सार्वजनिक हुई है.
राजद के सूत्रों का कहना है कि राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी गुरुवार को अपने पूर्व निर्धारित प्रचार अभियान को रद्द कर दिया. हालांकि इस मामले में कोई भी राजद नेता खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं.
आरजेडी 20, कांग्रेस 9, रालोसपा 5, हम 3 और वीआईपी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. राज्य में लोकसभा की 40 सीटें हैं और यहां सात चरणों में चुनाव होंगे.