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Saturday, 2 November, 2024
होम2019 लोकसभा चुनावएमपी: कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल, बीजेपी की विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग

एमपी: कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल, बीजेपी की विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग

लोकसभा चुनाव को लेकर आए एग्जिट पोल में बीजेपी को बहुमत मिलने के आसार के बीच एमपी के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की मांग की है.

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर विभिन्न समाचार माध्यमों के एग्जिट पोल व सर्वे में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने के आसार के बीच मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की मांग की है.

नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि एग्जिट पोल के अनुसार एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस को दो से तीन सीटें मिलने वाली हैं, यह इस बात का संकेत है कि वर्तमान सरकार ने जनता का भरोसा खो दिया है. इसलिए उनकी मांग है कि राज्य विधानसभा का सत्र बुलाया जाए.

इसके लिए वे राज्यपाल को पत्र लिखने वाले हैं.

भार्गव ने आगे कहा, ‘विधानसभा सत्र में सत्ताधारी दल की शक्ति का भी परीक्षण हो जाएगा. कांग्रेस के पास दूसरों के सहयोग से बहुमत है, भाजपा चाहती तो वह भी जोड़-तोड़ करके सरकार बना सकती थी, मगर भाजपा ने ऐसा नहीं किया.’

भार्गव ने आगे कहा, ‘एमपी सरकार अपने आप ही गिर जाएगी, हमें किसी तरह के सांसदों के खरीद फरोख्त करने की आवश्यकता ही नहीं थी. मुझे लगता है समय आ गया है और जल्द ही यह सरकार गिरने वाली है.’

ज्ञात हो कि, राज्य की विधानसभा में 230 विधायक हैं, जिसमें कांग्रेस के 114 और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 109 विधायक है. कांग्रेस सरकार बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से चल रही है.

लोकसभा चुनाव को लेकर समाचार माध्यमों के सर्वे में राज्य की 29 सीटों में से कांग्रेस को अधिकतम पांच सीटें मिलने की बात कही गई है.

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