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Sunday, 3 November, 2024
होम2019 लोकसभा चुनावएग्ज़िट पोल: राजस्थान में ​भाजपा ने कांग्रेस की चुनौती को हवा में उड़ा दिया

एग्ज़िट पोल: राजस्थान में ​भाजपा ने कांग्रेस की चुनौती को हवा में उड़ा दिया

सभी एग्जिट पोल भाजपा को राजस्थान में अच्छे प्रदर्शन का अनुमान लगा रही है. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर में राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीती थी.

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नई दिल्ली: एग्ज़िट पोल के अनुसार राजस्थान में भाजपा ने कांग्रेस की चुनौती का ठीक ठाक सामना किया है. न्यूज़24- टूडेज़ चाणक्या ने राज्य में भाजपा को 25 की 25 सीटों का अनुमान दिया है. और तीन सीटों का उलटफेर किया है. एबीपी के अनुसार भाजपा को 19, कांग्रेस को 6 सीटों का अनुमान दिया है. आजतक -एक्सिस 23-25 सीट भाजपा को दे रही है और कांग्रेस को 0-3 सीटों पर ही समेट दिया है. राजस्थान में बीजेपी को तीन सीटों के नुकसान का अनुमान. टीवी9 सीवोटर के एक्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को तीन सीटों का फ़ायदा हो रहा है.

अभी तक का हाल 

राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. राज्य में 25 लोकसभा सीटे है. राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है. विधानसभा चुनावों में कांग्रेस भाजपा को हराकर सत्ता पर काबिज हुई है. पार्टी लोकसभा चुनाव में भी अपना प्रदर्शन दोहराना चाहेगी. वहीं विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा पूरे दम के साथ मैदान में उतरी है. पार्टी को उम्मीद है कि वह भले ही पिछले बार जैसा प्रदर्शन नहीं कर सके,लेकिन सम्माजनक सीट ले ही आएगी.

इस चुनाव में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हुई है. सूबे के सीएम अशोक गहलोत और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी मिशन 25 के तहत सभी लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करेंगी. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मोदी लहर में राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीती थी. राजनीति जानकारों की माने तो राज्य में इस बार भाजपा पहले जीतने सीटे नहीं जीत पाएगी. भाजपा के सामने 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस की मजबूत चुनौती है.

पूरे राज्य में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है. जोधपुर लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेट वैभव और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत क बीच मुकाबला है. यहां सीट दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है.वैभव के पहला चुनाव होने से उनके पिता अशोक गहलोत विरोधियों के निशाने पर है. गहलोत पर वंशवाद को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे है.बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह चौथी बार मैदान में है.दुष्यंत के चौथी बार मैदान में उतरने के कारण इस बार वसुंधरा राजे वंशवाद के निशाने पर नहीं है.

बाड़मेर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मानवेंद्र सिंह है.उनका मुकाबला भाजपा के कर्नल सोनाराम से है.मानवेंद्र 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए है.बीकानेर सीट से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस के मदन गोपाल मेघवाल से है. दोनों ही प्रत्याशी रिश्ते में मौसेरे भाई हैं. वहीं जयपुर ग्रामीण सीट से केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का मुकाबला कांग्रेस की प्रत्याशी व पूर्व एथलीट कृष्ण पुनिया से है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र सिंह का मुकाबला अलवर सीट पर भाजपा के बाबा बालकनाथ से है. बालकनाथ हरियाणा के रोहतक स्थित मस्तनाथ मठ के महंत हैं.

​विधानसभा चुनाव में 200 सीटों में से कांग्रेस पार्टी ने 99 सीटे जीती थी. भाजपा को 73 सीट हासिल हुई थी. 13 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी.इसके अलावा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया को दो, भारतीय ट्राइबल पार्टी को दो, राष्ट्रीय लोक दल को एक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को तीन सीटें मिली हैं. कांग्रेस पार्टी अपने सहयोगी दलों के साथ राज्य में सरकार बनाई है.

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