नई दिल्लीः 2019 लोकसभा चुनाव की तिथि की घोषणा के बाद से लागू चुनाव आचार संहिता को सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग अपनी कार्रवाइयों में जुट गया है. इसी के तहत उसने दिल्ली में अब तक 63449 होर्डिंग्स, बैनर्स, पोस्टर्स हटवाये हैं. इन पर कानूनी कर्रवाई करते हुए एक्साइज एक्ट के तहत कुल 137 और आर्म्स एक्ट के तहत 44 एफआईआर दर्ज की गई हैं.
वहीं चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के कॉल सेंटर पर छापेमारी कर उसकी गैर कानूनी गतिविधियों पर कार्रवाई की है. इसको लेकर आप के सीनियर नेता कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गये हैं और नारेबाजी कर रहे हैं. कार्यालय के बाहर धरना दे रहे नेता आयोग पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगा रहे हैं.
इसके अलावा चुनाव आयोग पूरे दिल्ली में विभिन्न ऑफिसों की मीटिंग कर चुनावी तैयारियों में लग गया है. डीजी बीसीएएस, डीजी बीएसएफ, डायरेक्टर, फाइनैंसियल इंटलीजेंस यूनिट (एफआईयू-ईएनडी) और डीजी सीआरपीएफ भी इस मीटिंग में मौजूद हैं.
Chief Electoral Officer, Delhi: Till date (since the imposition of Model Code of Conduct), a total of 63449 hoardings/banners/posters have been removed in Delhi. A total number of 137 FIR’s have been registered under Excise Act and 44 FIR’s have been registered under Arms Act.
— ANI (@ANI) March 15, 2019
Delhi: Election Commission of India holds meeting of Multi-Departmental Committee on Election Intelligence, ahead of Lok Sabha elections. DG BCAS, DG BSF, Director, Financial Intelligence Unit (FIU-IND) and DG CRPF also present at the meeting. pic.twitter.com/EGjjvGc4T3
— ANI (@ANI) March 15, 2019
वहीं चुनाव आयोग ने दिल्ली में आप सरकार के बनाये कॉल सेंटर पर छापे मारे हैं. आरोप है कि कॉल सेंटर से लोगों को चुनाव आयोग के खिलाफ फोन किये जा रहे हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि वह उनके वोट दोबारा जुड़वा रहे हैं. ये बीजेपी के इशारे पर चुनाव आयोग द्वारा कटवाये गये हैं.
चुनाव आयोग के छापे के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता चुनाव आयोग के ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गये हैं और कार्रवाई को गैरकानूनी बताते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं.
जब जब मोदी डरता है, पुलिस को आगे करता है…
पुलिस के दम पर तानाशाही,नहीं चलेगी नहीं चलेगी ! pic.twitter.com/HTj6GxzE2E— AAP (@AamAadmiParty) March 15, 2019
कॉल सेन्टर के एक कर्मचारी ने दिल्ली पुलिस के अपमानजनक रैवेये से तंग आकर आत्मदाह करने की बात कही अगर ऐसा कुछ हुआ तो इसके लिये सीधे दिल्ली पुलिस के अधिकारी और चुनाव आयोग जिम्मेदार होगा चुनाव आयोग तत्काल हस्तक्षेप करें निर्दोष लोगों पर कार्यवाही क्यों? हिम्मत है तो हमको जेल भेजो।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) March 15, 2019
चुनावा आयोग की 2019 लोकसभा चुनाव को 7 चरणों में कराने की तारीखों की घोषणा के बाद जहां राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में जुट गई है. वहीं चुनाव आयोग भी इसे बेहतर ढंग से संपन्न कराने में जुट गया है. चुनाव आचार संहिता को सुनिश्चित करने के लिए पूरे देशभर में कदम उठा रहा है.