नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस पर आरोप लगाए. पार्टी ने कहा कि दोनों मिलकर दिल्ली के पूर्ण राज्य की राह में रोड़े अटका रहे हैं. इस दौरान अरविंद केजरीवाल सरकार के श्रम रोज़गार मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वो श्रम रोजगार मंत्री हैं, लेकिन फिर भी एक भी व्यक्ति को रोज़गार नहीं दे पाये.
रोज़गार नहीं दे पाने का ठीकरा राय ने दिल्ली के पूर्ण राज्य नहीं होने पर फोड़ा. दिल्ली के लोकल लोगों के नाम का कार्ड खेलते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं श्रम-रोज़गार मंत्री हूं. दिल्ली सरकार हर साल दो लाख नौकरियां दे सकती है. लेकिन मैं किसी को एक नौकरी नहीं दे पाया. बिना पूर्ण राज्य के ये संभव नहीं. हमारे लिए दिल्ली के बेटे-बेटियों को रोज़गार देना मुद्दा है.’
राय ने कहा कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ये कहती हैं, ‘दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना संभव नहीं, इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए.’ वो आगे बताते हैं कि 21 नवंबर 2013 को उन्होंने दिल्ली में पूर्ण राज्या का राग क्यों अलापा था. उन्होंने सवाल खड़े किए कि कांग्रेस के राज में पूर्ण राज्य का दर्जा कैसे संभव था और अब शीला को क्यों लगता है कि पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला सकता?
उन्होंने ये सवाल भी खड़ा किया कि 23 जनवरी 2105 के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने इसकी घोषणा की थी. लेकिन अब इसे क्यों बाहर कर रहे हैं? साथ ही श्रम-रोज़गार मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भी पहले पूर्ण राज्य का वादा किया था. लेकिन अब अपने अपने वादे से पीछे भाग रही है. राय ने कहा, ‘हम पूर्ण राज्य के बग़ैर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नहीं कर पा रहे, दिल्ली के बच्चों को परेशानी हो रही है.’
आम चुनाव में आप को जिताने की अपील के करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि संसद के बिना पूर्ण राज्य संभव नहीं है. राय ने याद दिलाया कि संसद में पूर्ण राज्य का बिल आया था और तब भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी उप प्रधानमंत्री थे. जिस समिति के पास इसे भेजा गया था उसके प्रमुख प्रणब मुखर्जी थे.
गृहमंत्री और भाजपा नेता राजनाथ सिंह पर हमला बोलते हुए आप नेता ने कहा, ‘गृहमंत्री को तब शर्म नहीं आती जब वो पूछते हैं कि दिल्ली सरकार ने महिला सुरक्षा पर क्या किया? पुलिस उनके पास है, बिना पूर्ण राज्य हम क्या करें?’ राय ने कहा कि संवैधानिक तौर पर दिल्ली पूर्ण राज्य बन सकता है और आप की मांग है कि एनडीएमसी अपने पास रखकर बाकी दिल्ली को केंद्र पूर्ण राज्य बना दे.
पार्टी ने इस दौरान अपने स्टार कैंपेनर में 15 लोगों के होने की बात कही, जिनमें पार्टी के मुखिया केजरीवाल, शिक्षा मंत्री सिसौदिया के अलावा गोपाल राय, संजय सिंह, भगवंत मान, सुशील गुप्ता जैसे नेता शामिल हैं. वहीं, पार्टी पूर्ण राज्य के मुद्दे पर जो तथ्य सामने रख रही है उससे ये साफ है कि इस मुद्दे का हश्र भी जन-लोकपाल जैसा होने की आशंका है.
ऐसा कहने की वजह ये है कि आप के अपने आरोपों के मुताबिक दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों (कांग्रेस-भाजपा) में से कोई इस मांग को मानने को तैयार नहीं है. वहीं, देशभर में आम आदमी पार्टी जितनी सीटों पर लड़ रही है अगर उन सभी सीटों पर जीत भी जाए तो भी संसद में इसकी संख्या इतनी नहीं होगी कि ये सरकार पर दबाव डलाकर दिल्ली को पूर्ण राज्य बनवा सके. देखने वाली बात होगी कि दिल्ली के वोटरों को ये बात कितनी समझ आती है.