नई दिल्ली: ब्रिटेन में ईरान के राजदूत मोहसेन बहारवंद को कथित तौर पर एक वीडियो सर्कुलेट होने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है. इस वीडियो में कथित तौर पर दूतावास के एक कार्यक्रम को दिखाया गया है, जिसमें कुछ महिलाओं ने अपना सिर नहीं ढका हुआ था.
ईरानी लेबर न्यूज एजेंसी (आईएलएनए), एक दैनिक जो ईरानी सरकार द्वारा नियंत्रित एक श्रमिक संघ से संबंधित है, ने पिछले हफ्ते तेहरान में बहारवंद की वापसी के बारे में बताया.
लंदन में यह समारोह फरवरी की शुरुआत में ईरान की 1979 की क्रांति को सेलिब्रेट करने के लिए आयोजित किया गया था. राजदूत की बर्खास्तगी की खबर इसके दो हफ्ते बाद आई.
एक ईरानी समाचार पत्र कायहान, जिसके प्रधान संपादक को सुप्रीम लीडर अली खामेनेई द्वारा नियुक्त किया गया था, ने भी 26 फरवरी को बताया था कि राजदूत को दूतावास में आयोजित ‘नॉर्म-ब्रेकिंग’ समारोह के कारण उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है.
आईएलएनए ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबजादेह के हवाले से यह भी कहा कि बहारवंद ’37 अन्य राजदूतों के साथ परिवर्तन सूची में’ थे.
हालांकि, ईरानी सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर बहारवंद को हटाने के पीछे के कारण का खुलासा नहीं किया है.
बहारवंद को जुलाई 2021 में ब्रिटेन में राजदूत के रूप में तैनात किया गया था. उन्होंने पहले पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ के अंतर्गत ईरान में कानूनी विभाग के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया था.
उनकी बर्खास्तगी ऐसे समय में हुई है जब ईरान परमाणु समझौते के रूप में जाने जाने वाले कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ ऐक्शन को पुनर्जीवित किया जाए या नहीं. यदि इसे पुनर्जीवित किया जाता है, तो इस समझौते से ईरान पर कई प्रतिबंध हट जाएंगे.
पियानो बजाने वाली महिला का सिर नहीं ढका था
वायरल वीडियो में एक महिला संगीतकार को बिना हिजाब पहने मेहमानों के लिए पियानो बजाते हुए देखा जा सकता है. हालांकि, कार्यक्रम में भाग लेने वाली अन्य महिलाओं को अपने सिर को ढके हुए देखा जा सकता है.
Reportedly Iran’s Ambassador to the UK is fired by Tehran. Mohsen Baharvand was just appointed last July. This video below, circulated in social media shows a recent party in the embassy without Islamic restrictions such as compulsory hijab. pic.twitter.com/cfKRZu7xPX
— Ali Kheradpir (@AliKheradpir) February 25, 2022
ईरानी अधिकारी अक्सर देश के बाहर के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं जहां हिजाब नहीं पहना जाता है.
ईरान में, हालांकि, 1979 की ईरानी क्रांति के बाद महिलाओं के लिए हेडस्कार्फ पहनना और शरीर के सभी हिस्सों को कवर करना अनिवार्य कर दिया गया था.
ईरान की नैतिकता पुलिस, जिसे गश्त-ए-इरशाद या ‘गाइडेंस पेट्रोल’ के रूप में जाना जाता है, के पास लोगों के नैतिकता परीक्षण में फेल होने पर उन्हें दंडित करने और यहां तक कि गिरफ्तार करने की शक्तियां हैं. इसमें वे महिलाएं भी शामिल हैं जो सार्वजनिक रूप से अपने सिर को खुला रखती हैं.
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