scorecardresearch
Tuesday, 5 November, 2024
होमविदेशआखिर ट्विटर के लिए एडिट बटन देना क्यों नहीं है इतना आसान?

आखिर ट्विटर के लिए एडिट बटन देना क्यों नहीं है इतना आसान?

आपके द्वारा किसी भी पोस्ट को भेजे जाने के बाद अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म आपको संपादित करने का मौका देते हैं. ऐसा लगता है कि यह एक साधारण सुविधा है- तो ट्विटर ऐसा क्यों नहीं करता?

Text Size:

नई दिल्ली: ट्विटर का उपयोग करने वाले अधिकांश लोगों के पास यह अनुभव है:आप तुरंत एक ट्वीट करते हैं, महसूस करते हैं कि इसमें एक टाइपो है, फिर आप इस बात से नाराज हो जाते हैं कि आप उसे ‘संपादित’ या ठीक नहीं कर सकते. ट्विटर उपयोगकर्ता सालों से ‘संपादन बटन’ की मांग कर रहे हैं.

एलन मस्क, जिन्होंने हाल ही में ‘माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म’ के शेयर खरीदने की इच्छा जाहिर की है और पूरी कंपनी के लिए 48 अरब अमेरिकी डॉलर की पेशकश भी कर रहे हैं, ने अपने 8.2 करोड़ फॉलोअर से पूछा कि क्या वे एक ‘संपादन बटन’ चाहते हैं. उनके सर्वेक्षण में 44 लाख प्रतिक्रियाएं आईं, जिसमें 73 प्रतिशत इसके पक्ष में थे.

आपके द्वारा किसी भी पोस्ट को भेजे जाने के बाद अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म आपको संपादित करने का मौका देते हैं. ऐसा लगता है कि यह एक साधारण सुविधा है- तो ट्विटर ऐसा क्यों नहीं करता?

खैर, शायद समय आ गया है. मस्क के स्वतंत्र सर्वेक्षण से ट्विटर ने पुष्टि की है कि एक ‘संपादन बटन’ पर काम हो सकता है. उद्यमियों ने कुछ संकेत भी दिये हैं कि यह कैसा दिख सकता है.

ट्विटर ‘संपादन बटन’ का इतना विरोध क्यों कर रहा है? इसका उत्तर उतना सरल नहीं है, जितना लगता है.

ट्वीट के बारे में जानने वाली पहली बात यह है कि, कई अन्य मंचों पर पोस्ट के विपरीत, ट्विटर के पास पोस्ट भेजे जाने के बाद उन्हें वापस लेने का कोई तरीका नहीं है. इसका कारण यह है कि ट्विटर के पास एक एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (या एपीआई) है, जो तीसरे पक्ष जैसे अन्य ऐप या शोधकर्ताओं को वास्तविक समय में ट्वीट डाउनलोड करने की अनुमति देता है.

एक बार तीसरे पक्ष द्वारा ट्वीट डाउनलोड कर लिए जाने के बाद, ट्विटर के पास उन्हें वापस पाने या संपादित करने का कोई तरीका नहीं है. यह एक ईमेल की तरह है- एक बार जब मैंने इसे भेज दिया और आपने इसे डाउनलोड कर लिया, तो मेरे पास इसे आपकी मशीन से हटाने का कोई तरीका नहीं है.

यदि किसी उपयोगकर्ता को कोई ट्वीट संपादित करना है, तो अधिक से अधिक ट्विटर यह कर सकता है कि वह संदेश भेजेगा कि ‘कृपया इस ट्वीट को संपादित करें’- लेकिन तीसरा पक्ष यह चुन सकता है कि वास्तव में ऐसा करना है या नहीं. (वर्तमान में ऐसा तब होता है जब ट्वीट् ‘डिलीट’ हो जाते हैं.)

‘गुण और दोष’: एक त्रुटि या एक विशेषता?

ट्विटर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के सबसे ‘रियल-टाइम’ होने के नाते अपनी प्रतिष्ठा बनाई है-वह स्थान जहां भूकंप की सूचना वैज्ञानिक उपकरणों की तुलना में तेज होती है. हालांकि, कई लोगों के लिए ट्विटर पोस्टिंग की ”गुण और दोष” प्रकृति एक विशेषता के बजाय एक त्रुटि की तरह दिखने लगी है.

ट्विटर पर ‘लाइक’ और ‘रीट्वीट’ बटन की उपस्थिति उपयोगकर्ताओं को ऐसी सामग्री बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है जो दूसरों को इन बटनों पर क्लिक करने के लिए लुभाएगी, और उनकी सामग्री को और अधिक लोगों तक फैलाएगी. बदले में यह, मंच पर होने वाली बातचीत की प्रकृति को आकार देता है.

मूलभूत प्रौद्योगिकी चुनौतियों से परे, ट्विटर को साधारण दिखने वाले परिवर्तनों के संभावित अनपेक्षित परिणामों के बारे में सोचना चाहिए-यहां तक ​​कि एक आसान ‘संपादन बटन’ को लेकर भी.


यह भी पढ़ें: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में नरम पड़ी शिवसेना क्यों अपने मूल आक्रामक तेवर की ओर जा रही है


 

share & View comments