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Thursday, 21 November, 2024
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भारत वर्ल्ड लीडर बनकर उभरा है, मिलनी चाहिए UNSC में स्थायी सदस्यता’: रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव

भारत दक्षिण एशिया में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. कुछ समय बाद भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा. भारत अभी के वक्त में आर्थिक विकास के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है. भारत को स्थायी सदस्यता मिलनी चाहिए.

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नई दिल्ली: रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक बार फिर भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता देने की वकालत की. उन्होंने कहा, ‘नई दिल्ली को वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर अपने रुख के कारण स्थायी सदस्यता मिलनी चाहिए.’

लावरोव ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत अभी के वक्त में आर्थिक विकास के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है. इसका साथ ही भारत वर्ल्ड लीडर बनकर उभरा है. भारत की आबादी जल्द ही दुनिया में सबसे अधिक हो जाएगी. नई दिल्ली के पास विभिन्न प्रकार की समस्याओं को सुलझाने का विशाल राजनयिक अनुभव है.’

लावरोव ने ये बातें 7 दिसंबर को मॉस्को के प्रिमाकोव रीडिंग इंटरनेशनल फोरम में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए ये बातें कहीं.

उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के साथ साथ शंघाई सहयोग संगठन के भीतर दक्षिण एशिया में भी सक्रिय भूमिका निभाता है.

लावरोव ने कहा, ‘भारत एससीओ के भीतर दक्षिण एशिया में एकीकरण संरचनाओं की एक श्रृंखला का हिस्सा है और यह संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय भूमिका निभाता है. भारत एक ऐसा देश है बहुध्रुवीय दुनिया के गठन की वकालत करता है.’

लावरोव इससे पहले सितंबर में भी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए भी यूएनएससी के विस्तार की बात कर चुके हैं. लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘अगर अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के देशों को भी सुरक्षा परिषद में शामिल किया जाता है तो यह और अधिक लोकतांत्रिक होगी.’

यूएनएससी का हो विस्तार

रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि वो भारत, ब्राजील, जापान और जर्मनी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल करने के लिए पैरवी कर रहे हैं.

लावरोव ने कहा, ‘हम देखते हैं कि वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर अपने रुख को जानने के बाद भारत और ब्राजील यूएनएससी में क्या अतिरिक्त मूल्य ला सकते हैं.’

15 देशों की परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी सदस्यता का समर्थन कर चुके हैं.

इससे पहले ब्रिटेन के राजदूत बारबरा वुडबर्ड ने भी भारत का समर्थन करते हुए कहा, ‘हम भारत, जर्मनी, जापान और ब्राजील के साथ साथ अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधित्व का समर्थन करते हैं.’

संयुक्त राष्ट्र महासभा के बैठक में फ्रांस ने भी कहा था, ‘हम चाहते हैं कि परिषद आज की दुनिया का और अधिक प्रतिनिधित्व करे, एक तरह से जो इसके अधिकार और प्रभावशीलता को और मजबूत करे.’

सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत का मौजूदा दो साल का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होगा. भारत वर्तमान में 15 देशों की परिषद की अध्यक्षता कर रहा है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल में यह दूसरी बार है जब भारत ने परिषद की अध्यक्षता ग्रहण की है. भारत ने इससे पहले अगस्त 2021 में UNSC की अध्यक्षता संभाली थी.


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