scorecardresearch
शनिवार, 10 मई, 2025
होमविदेशUK, तुर्किए और सऊदी ने व्हाट्सएप कूटनीति का सहारा लिया—संघर्ष विराम के बाद पाकिस्तानी मंत्री का दावा

UK, तुर्किए और सऊदी ने व्हाट्सएप कूटनीति का सहारा लिया—संघर्ष विराम के बाद पाकिस्तानी मंत्री का दावा

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि संघर्ष विराम वार्ता में सेना प्रमुख असीम मुनीर का बहुत बड़ा योगदान रहा.

Text Size:

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बनने के बाद, पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इसहाक डार ने पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “(सेना प्रमुख) असीम मुनीर ने संघर्ष विराम वार्ता में बहुत बड़ा योगदान दिया”, साथ ही ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी, सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान और तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने भी पिछले 24 घंटों में व्यापक बातचीत की.

उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, “पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 15:35 बजे (3:05 बजे पीकेटी) भारत के डीजीएमओ को फोन किया. उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष 1700 बजे IST (4:30 बजे पीकेटी) से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे. इस समझ को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं.”

उन्होंने कहा कि डीजीएमओ “12 मई को 1200 बजे (11:30 बजे पीकेटी) फिर से बात करेंगे.”

उन्होंने कहा कि अप्रैल के बाद तीन दर्जन सक्रिय राजनयिक संपर्क किए गए थे, जबकि ऊपर बताए गए संपर्क इन 24 घंटों में सक्रिय थे.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पहली बार यह घोषणा किए जाने के बाद कि दोनों देशों द्वारा “पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम” पर सहमति व्यक्त की गई है, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने घोषणा की कि पिछले 48 घंटों में, उन्होंने और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने भारत और पाकिस्तान दोनों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की. इनमें प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और नरेंद्र मोदी, भारतीय विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर, पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक शामिल थे.

रुबियो ने एक्स पर लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारें तत्काल संघर्ष विराम और तटस्थ स्थान पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गई हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “हम शांति का रास्ता चुनने में प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की बुद्धिमत्ता, विवेक और राजनेतागिरी की सराहना करते हैं.”

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


यह भी पढ़ें: भारत-पाकिस्तान तकरार बढ़ाने वाली सीढ़ी पर पैर रख चुके हैं, उतरने का मुकाम कब आएगा


 

share & View comments