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Tuesday, 5 November, 2024
होमविदेशहाल में मोदी के मजाक उड़ाने के बाद दोनों नेताओं में संबंध मज़बूत करने पर बातचीत

हाल में मोदी के मजाक उड़ाने के बाद दोनों नेताओं में संबंध मज़बूत करने पर बातचीत

ट्रंप ने मज़ाक उड़ाया था कि वो अफगानिस्तान में लाइब्रेरी खोलने के लिए पैसा लगा रहे हैं और इसके लिए तारीफ चाहते है. उनका तंज़ था कि वो किस काम की.

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नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को सकारात्मक बताते हुए नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि दोनों नेताओं ने सोमवार शाम टेलीफोन पर बातचीत में एक-दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं दीं.

बयान के अनुसार, ‘उन्होंने 2018 में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी में प्रगति पर संतोष व्यक्त जताया. इसके साथ ही उन्होंने नए 2 प्लस 2 वार्ता तंत्र के लॉन्च और भारत, अमेरिका व जापान के पहले त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की भी सराहना की.’

मोदी, ट्रंप और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने पिछले नवंबर में ब्यूनस आयर्स में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात की थी.

भारत, अमेरिका, जापान चार देशों वाले एक समूह का हिस्सा हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया भी शामिल है. इस समूह को 2017 में पुनर्जीवित किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए काम करना है.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोदी और ट्रंप ने रक्षा, ऊर्जा, आतंकवाद के खिलाफ और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर समन्वय और द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया.

बयान के अनुसार, ‘इसके साथ ही दोनों नेता 2019 में भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में काम जारी रखने पर सहमत हुए.’

आपको याद होगा कि एक संवाददाता सम्मेलन में अमरीकी राष्ट्रपति ने हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री का ये कह कर मज़ाक उड़ाया था कि वो अफगानिस्तान में लाइब्रेरी खोलने के लिए पैसा लगा रहे हैं और इसके लिए तारीफ चाहते है. उनका तंज़ था कि वो किस काम की.

ट्रंप ने कहा था, ‘मोदी लगातार मुझे बता रहे थे कि उन्होंने अफगानिस्तान में एक लाइब्रेरी का निर्माण करवाया है. आप जानते हैं यह क्या है? यह उतना है जितना हम पांच घंटे में खर्च कर देते हैं और वे चाहते हैं कि हम कहें लाइब्रेरी के लिए धन्यवाद. मुझे नहीं पता कि इस लाइब्रेरी का कौन इस्तेमाल कर रहा है.

 

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