नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति एवं रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली के दौरान हमला किया गया. हालांकि, कानून प्रवर्तन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हमले में ट्रंप को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह पूरी तरह सुरक्षित हैं और उनके हमलावर को मार गिराया गया है.
‘यूएस सीक्रेट सर्विस’ ने बताया कि शाम करीब 6:15 बजे एक संदिग्ध हमलावर ने पेनसिल्वेनिया के बटलर में रैली स्थल के बाहर एक ऊंचे स्थान से मंच की ओर कई गोलियां चलाईं, जिसके बाद संघीय एजेंसी के कर्मियों ने ट्रंप को तत्काल वहां से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. ट्रंप के दहिने कान के ऊपरी हिस्से पर गोली लगी थी.
ट्रंप (78) के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने एक बयान में कहा था,‘‘वे ठीक हैं और स्थानीय मेडिकल सेंटर में उनकी जांच जारी है.’’
‘सीक्रेट सर्विस’ के प्रवक्ता एंथनी गुगेइल्मी ने एक बयान में कहा,‘‘अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के कर्मियों ने हमलावर को मार गिराया. संघीय एजेंसी ने तत्काल सुरक्षात्मक उपाय किए, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप सुरक्षित हैं.’’
हालांकि, उनके चुनाव प्रचार अभियान दल ने कहा कि उनकी हालत ‘ठीक है’.
ट्रंप के चुनाव-प्रचार अभियान दल ने कहा, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ठीक हैं. कानून प्रवर्तन और संबंधित अधिकारियों द्वारा तुरंत इस मामले में की गई कार्रवाई के लिए हम आभारी हैं.’’
हमलावर ढेर
पेनसिल्वेनिया में आयोजित ट्रंप की चुनाव-प्रचार रैली में हज़ारों की संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे और विभिन्न टीवी चैनल पर इसका सीधा प्रसारण किया जा रहा था.
हमला होने पर सीक्रेट सर्विस के कर्मियों ने ट्रंप को सुरक्षा घेरे में ले लिया और मंच के पीछे चले गए. इसके बाद, वे ट्रंप को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए वाहन की ओर बढ़ गए, इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के दाहिने कान के ऊपरी हिस्से से खून निकलता देखा गया.
सुरक्षित स्थान पर ले जाये जाने के दौरान ट्रंप ने कहा,‘‘ मुझे मेरे जूते तो ले लेने दो.’’ उन्होंने अपने समर्थकों की ओर मुट्ठी बांध कर हाथ हवा में लहराया.
‘सीक्रेट सर्विस’ के प्रवक्ता एंथनी गुगेइल्मी ने एक बयान में कहा,‘‘इस हमले से रैली में मौजूद एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं. इस मामले की जांच जारी है. सीक्रेट सर्विस ने एफबीआई को सूचित कर दिया है.’’
कानून प्रवर्तन से जुड़े कई अधिकारियों ने ‘सीबीएस न्यूज’ को बताया कि संदिग्ध ने 200 से 300 फुट की दूरी पर बने एक ऊंचे स्थान से ‘एआर’-सरीखी राइफल से गोली चलाई.
नेताओं ने की घटना की निंदा
यह घटना मिल्वाकी में ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ शुरू होने से दो दिन पहले हुई. इस सम्मेलन में ट्रंप को औपचारिक रूप से राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा.
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप पर हुए इस हमले की सभी नेताओं ने निंदा की है.
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नवंबर में होने वाले चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी ट्रंप से बात की.
व्हाइट हाउस ने हालांकि, यह नहीं बताया कि दोनों देताओं के बीच क्या बातचीत हुई, लेकिन कहा कि बाइडन ने पेनसिल्वेनिया के गवर्नर जोश शापिरो और बटलर के मेयर बॉब डैंडोय से भी बातचीत की है.
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि हत्या के प्रयास की ‘‘हर किसी को निंदा करनी चाहिए.’’
ट्रंप पर हमले की घटना के करीब दो घंटे बाद बाइडन ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम ऐसा नहीं होने दे सकते. अमेरिका में इस तरह की हिंसा पहले कभी नहीं सुनी.’’
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि उन्हें इस बात से ‘‘राहत’’ मिली है कि ट्रंप गंभीर रूप से घायल नहीं हुए हैं.
हैरिस ने एक बयान में कहा, ‘‘हम उनके, उनके परिवार और उन सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं जो (ट्रंप) बेवजह की गई इस गोलीबारी से घायल हुए हैं.’’
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन ने इस हमले की निंदा की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप पर हुए हमले की रविवार को कड़ी निंदा की और कहा कि राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है.
मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरे मित्र पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले से बेहद चिंतित हूं. घटना की कड़ी निंदा करता हूं. राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी ट्रंप की हत्या की कोशिश किये जाने पर रविवार को गहरी चिंता जतायी और कहा कि ऐसे कृत्यों की कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए.
राहुल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश किए जाने से काफी चिंतित हूं. ऐसे कृत्यों की कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए.’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्रंप के शीघ्र एवं पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की कामना भी की.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति पर हुए हमले की रविवार को निंदा करते हुए कहा कि किसी भी लोकतंत्र और सभ्य समाज में ऐसी हिंसा की कोई जगह नहीं है.
खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले से बहुत आहत हूं. मैं इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं.’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘किसी भी लोकतांत्रिक और सभ्य समाज में ऐसी हिंसा का कोई स्थान नहीं है. भारत, अमेरिका के लोगों के साथ है और हम मृतक के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं.’’
पेनसिल्वेनिया में आयोजित ट्रंप की चुनाव-प्रचार रैली में हजारों की संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे और विभिन्न टीवी चैनल पर इसका सीधा प्रसारण किया जा रहा था. गोलीबारी होते ही वहां अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए भागते नज़र आए.
ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने भी घटना के संबंध में एक बयान जारी किया.
उन्होंने एक्स पर एक बयान में कहा, ‘‘पेनसिल्वेनिया के बटलर में बेवजह की गई गोलीबारी में मेरे पिता के प्रति और अन्य पीड़ितों के प्रति आपके प्यार और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद.’’
इवांका ने कहा,‘‘मैं सीक्रेट सर्विस और अन्य सभी कानून प्रवर्तन अधिकारियों की आज उनके त्वरित और निर्णायक कार्रवाई के लिए आभारी हूं. मैं अपने देश के लिए प्रार्थना करती रहूंगी. मैं आपसे प्यार करती हूं पापा….’’
सोशल मीडिया मंच ‘‘ट्रुथ सोशल’ पर अपने बयान में ट्रंप (78) ने जान बचाने के लिए अमेरिका की ‘सीक्रेट सर्विस’ का आभार जताया.
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं पेनसिल्वेनिया के बटलर में चुनावी रैली के दौरान मुझ पर हुए हमले के बाद तुरंत कार्रवाई करने के लिए अमेरिका की सीक्रेट सर्विस और समस्त कानून प्रवर्तन एजेंसियों को धन्यवाद देता हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी. सनसनाहट महसूस हुई और गोलियों की आवाज सुनकर मैं तुरंत समझ गया था कि कुछ गलत हुआ है. फिर तुरंत मुझे महसूस हुआ कि गोली मेरी त्वचा को छूकर निकल गई. काफी खून निकल गया था, तब मुझे एहसास हुआ कि क्या कुछ हो रहा है. ईश्वर अमेरिका की रक्षा करें.’’
आंतरिक सुरक्षा मंत्री एलेक्जॉड्रो एन मयोरकास ने कहा कि उनका मंत्रालय (डीएचएस) और यूएस सीक्रेट सर्विस अन्य कानून प्रवर्तन विभागों के साथ मिलकर, ट्रंप पर शनिवार को हुए जानलेवा हमले की घटना की जांच कर रहे हैं.
मयोरकास ने कहा, ‘‘हम इस हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और आज की त्वरित कार्रवाई के लिए सीक्रेट सर्विस की सराहना करते हैं. हम राष्ट्रपति बाइडन, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप और उनके चुनाव प्रचार टीम के साथ जुड़े हुए हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों और उनके प्रचार अभियान कार्यक्रमों को सुरक्षा प्रदान करना हमारे मंत्रालय की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक है.’’
रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भी घटना की निंदा की है.
उन्होंने कहा कि पूरा रक्षा मंत्रालय इस हिंसा की निंदा करता है और हिंसा का अमेरिकी लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है.
अटॉर्नी जनरल मेरिक बी. गारलैंड, एफबीआई, एटीएफ, पेनसिल्वेनिया के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय और मंत्रालय का राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभाग इस घटना की जांच के लिए सीक्रेट सर्विस के साथ-साथ राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं.