वुहान/ चीन: आतंक के मुद्दे पर भारत ने एकबार फिर से पाकिस्तान को घेरा है. विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को चीन के वुहान में तीन देशों रूस, भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की 16वीं बैठक में जम्मू -कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले का मुद्दा उठाया.
सुषमा ने कहा कि इस फिदायीन हमले में भारत के 40 सीआरपीएफ जवानों की जान गई, यह हमारे सुरक्षाबलों पर सबसे बड़ा हमला था. इस हमले में सीधेतौर पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था. अब समय आ गया है कि आतंक पर जीरो टॉलरेंस का.
इस दौरान उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा आतंकी ट्रेनिंग कैंप को नेस्तनाबूद किए जाने पर भी भारत का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकी संगठन जैश के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा था जिसकी वजह से भारत को ही उसके ठिकानों कार्रवाई करने के लिए एयर स्ट्राइक करनी पड़ी.
EAM Sushma Swaraj: Following the Pulwama terrorist attack instead of taking seriously the calls by international community to act against Jaish-e-Mohammed&other terror groups based in Pakistan, it denied any knowledge of the attack&outrightly dismissed claims by Jaish-e-Mohammed. pic.twitter.com/dBW8Ci3uli
— ANI (@ANI) February 27, 2019
सुषमा ने कहा कि मैं ऐसे समय में विदेश दौरे पर हूं जब भारत शोक में है. पुलवामा हमला हमारे सुरक्षाबलों के खिलाफ सबसे बड़ा हमला था. अंतरराष्ट्रीय समूहों की मांग के बाद भी पाकिस्तान ने जैश के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उसके इस हमले में होने के हाथ को भी दरकिनार कर दिया.
हमारे खुफिया विभाग ने पुख्ता जानकारी दी कि जैश भारत में और हमले करने की योजना बना रहा है जिसके बाद भारत सरकार ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया, वायु सेना और सरकार ने ऐसे लक्ष्यों को चुना जिससे आम नागरिक हताहत न हों. उन्होंने कहा कि यह कोई सैन्य कार्रवाई नहीं थी. इसमें किसी सैन्य ठिकानों को भी निशाना नहीं बनाया गया. इस कार्रवाई का सिर्फ एक ही मकसद था कि आतंकी संगठन जैश के खिलाफ कार्रवाई और भारत में दूसरे आतंकी हमलों को रोकना.
EAM: It wasn't a military op, no military installation targeted. Objective was to act against terrorist infrastructure of JeM to preempt another terror attack in India. India doesn't wish to see further escalation of situation. It'll continue to act with responsibility&restraint. pic.twitter.com/oEJWksZlsa
— ANI (@ANI) February 27, 2019
इस मौके पर सुषमा ने कहा कि भारत और चीन का रिश्ता दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि वुहान में 2018 में हुई प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बातचीत के बाद हमारे रिश्तों में और निकटता आई है.