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Monday, 23 December, 2024
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सूडान लड़ाई के बीच सेना ने 72 घंटे के युद्ध विराम की घोषणा की, भारतीयों को बचाने की हो रही पूरी कोशिश

सूडान अर्धसैनिक बलों की घोषणा के अनुसार ईद उल-फितर के कारण शुक्रवार सुबह 6 बजे से युद्ध को रोक दिया गया.

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नई दिल्ली: सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच भीषण लड़ाई के कारण वहां फंसे कई भारतीयों के चिंतित परिजन अपने रिश्तेदारों के बारे में किसी जानकारी की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं. इसके साथ ही चिंतित परिजनों ने सरकार से अपील की है कि संकटग्रस्त अफ्रीकी देश में फंसे लोगों को निकालने की व्यवस्था की जाए.

सूडान में लड़ाई शनिवार को शुरू हुई और अब तक एक भारतीय सहित कम से कम 185 लोगों की मौत होने की खबर है, वहीं 1,800 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं.

सूडान हिंसा को शुक्रवार को सात दिन होते ही, देश के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) ने आज से युद्ध को रोकने का फैसला किया है. अर्धसैनिक बलों की घोषणा के अनुसार ईद उल-फितर के कारण शुक्रवार सुबह 6 बजे से युद्ध को रोक दिया गया.

सूडान में भारतीयों से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हिंसा प्रभावित सूडान में उभरती स्थिति पर बेहद करीबी नजर रखे हुए हैं, जहां लड़ाई जारी है और स्थिति तनावपूर्ण है तथा भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वह अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, मिस्र सहित विभिन्न देशों के साथ करीबी समन्वय कर रहा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा, ‘‘चार-पांच दिनों के बाद भी संघर्ष कम नहीं हुआ है, लड़ाई जारी है और स्थिति तनावपूर्ण है. ऐसे में हम भारतीयों से आग्रह करते हैं कि वे जहां हैं, वहीं पर रहें और बाहर न निकलें.”

उन्होंने कहा, ‘‘हम सूडान के घटनाक्रम पर बेहद करीबी नजर रख रहे हैं. सूडान में भारतीय दूतावास औपचारिक, अनौपचारिक माध्यम से भारतीय समुदाय के साथ सम्पर्क में है.”

बागची ने कहा कि हम अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र जैसे देशों के साथ सम्पर्क में है.


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भारतीयों को कैसे निकाला जाए

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सूडान के लगातार बिगड़ते हालात पर गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से चर्चा की.

जयशंकर ने कहा कि वास्तव में हमारा पूरा ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि कूटनीतिक प्रक्रियाओं के माध्यम से जमीनी स्तर पर एक व्यावहारिक युद्ध-विराम कैसे लागू कराया जाए.

सूडान से भारतीयों की निकासी के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि हमारे पास हमेश आपात योजना रहती है, कुछ योजनाओं को लेकर काम किया जा रहा है, लेकिन यह जमीनी स्थिति पर निर्भर करेगा.

सूडान में करीब 4,000 भारतीय हैं जिनमें करीब 1200 लोग सूडान में बस गए थे और वे वहां करीब 150 वर्षों से हैं. अन्य प्रवासी भारतीय सूडान में पेशेवरों के रूप में काम कर रहे हैं, वहीं कुछ भारतीय संयुक्त राष्ट्र मिशन और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में काम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अभी स्थिति यह है कि सड़कों पर लड़ाई चल रही है, स्थिति बेहद तनावपूर्ण है और इस समय लोगों की आवाजाही जोखिम भरी होगी.

एक प्रश्न के उत्तर में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सूडान में भारतीय दूतावास हवाई अड्डे के काफी करीब है और इस क्षेत्र में गोलीबारी एवं हमले जारी हैं.

उन्होंने कहा कि दूतावास खुला है, काम कर रहा है लेकिन यह ऐसे क्षेत्र में है जहां लड़ाई बहुत ज्यादा हो रही है.

बागची ने कहा कि खार्तूम में भारतीय दूतावास लोगों से सम्पर्क करने के लिए काफी प्रयास कर रहा है ताकि उनका डाटाबेस तैयार किया जा सके.

उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और लोगों से सम्पर्क कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि वहां बिजली का संकट है, इंटरनेट की समस्या है, हम लोगों की परेशानियां समझते हैं और पूरा प्रयास कर रहे हैं.

घरों से बाहर न निकलें और शांत रहें

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हिंसाग्रस्त सूडान की स्थिति पर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रियों के साथ चर्चा की थी और भारतीयों की सुरक्षा के लिए व्यावहारिक सहयोग देने का भरोसा दिया था.

सूडानी सेना और एक प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल के बीच पिछले सप्ताहांत में शुरू हुए संघर्ष के बाद से वहां अभी तक कम से कम 270 लोगों की जान जा चुकी है.

प्रवक्ता ने कहा कि भारत की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि आवाजाही सुरक्षित हो और लोग जहां कहीं भी हों, सुरक्षित हों तथा विदेश मंत्रालय और खार्तूम स्थित भारतीय दूतावास लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है.

उन्होंने बताया कि भारत संयुक्त राष्ट्र के साथ भी काम कर रहा है, जिसकी सूडान में उल्लेखनीय उपस्थिति है.

नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने सूडान की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए सूचना एवं सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है.

सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को जारी परामर्श में भारतीयों से घरों से बाहर नहीं निकलने व शांत रहने को कहा था. रविवार को दूतावास ने कहा था कि खार्तूम में गोली लगने से घायल हुए भारतीय नागरिक की मौत हो गई है.

सूडान की सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और तब से वह एक संप्रभु परिषद के माध्यम से देश चला रही है. सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना तथा शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्ष जारी है.


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