मॉस्को: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने वेनेज़ुएला के आंतरिक मामलों में अमेरिकी हस्तक्षेप के खिलाफ अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को चेतावनी दी है. रूसी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि लावरोव ने अमेरिकी पक्ष की पहल पर पोम्पियो के साथ फोन पर बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, लावरोव ने अपने समकक्ष से कहा कि अगर अमेरिका हस्तक्षेप करता है तो उसे अंतर्राष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का सामना करेगा. रूस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के अनुरूप वेनेज़ुएला के विषय पर विमर्श करने की इच्छा व्यक्त की गई है.’
वेनेज़ुएला में राजनीतिक संकट उस समय बढ़ गया जब विपक्षी नेता जुआन ग्वाइदो ने 23 जनवरी को सरकार विरोधी रैली के दौरान खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया और आरोप लगाया कि राष्ट्रपति निकोलस मदुरो की सरकार अवैध है. अमेरिका सहित कुछ अन्य देशों ने ग्वाइदो के राष्ट्रपति पद को मान्यता दे दी है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि सभी विकल्प मौजूद हैं.
मदुरो ने जवाब में अमेरिका के साथ राजनयिक और राजनीतिक संबंधों को तोड़ देने की घोषणा की.
विपक्ष से बातचीत के लिए तैयार
वेनेज़ुएला के विदेश मंत्री जॉर्ज अरिएजा ने कहा कि राष्ट्रपति निकोलस मदुरो के नेतृत्व वाली सरकार बिना किसी पूर्व शर्त के विपक्ष के साथ बैठक करने और राजनीतिक संकट का हल तलाशने के लिए तैयार है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अरिएजा ने संवाददाताओं से कहा, ‘वेनेजुएला के लोगों के बीच पूर्वशर्ते कैसे हो सकती हैं? सरकार कहती रही है कि आप वेनेजुएला के हैं…मैं वेनेज़ुएला का हूं. चलिए एक साथ बैठते हैं. हमारे पास अपना संविधान है. आइए हम बैठते हैं और बातचीत करते हैं. आइए हम किसी भी तरह की पूर्व शर्त के बिना समाधान खोजने की कोशिश करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इस तरह का अहंकार (पूर्व शर्त पर ज़ोर देना) केवल बातचीत में बाधा उत्पन्न करेंगा। इसलिए हम कह रहे हैं कि हम विपक्ष का अमेरिकी सरकार से स्वतंत्र होने का इंतज़ार कर रहे हैं..हम विपक्ष के साथ बैठ सकते हैं, सहमत हो सकते हैं, संविधान के अनुरूप बातचीत कर सकते हैं और वेनेज़ुएला के लिए समाधान खोज सकते हैं.’