scorecardresearch
Wednesday, 13 November, 2024
होमविदेशअब भारतीय युवाओं को दो साल तक यूके में रहने और नौकरी करने का मिलेगा वीजा - ऋषि सुनक

अब भारतीय युवाओं को दो साल तक यूके में रहने और नौकरी करने का मिलेगा वीजा – ऋषि सुनक

‘न्यू यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स’ योजना के तहत18 से 30 वर्ष के 3000 प्रशिक्षित भारतीय युवाओं को दो साल तक यूके में रहने और नौकरी के लिए वीजा दिया जायेगा.

Text Size:

नई दिल्ली: जी-20 सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को वीजा के लिए ‘न्यू यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स’ योजना की शुरुआत की. ब्रिटेन में उद्योग और छात्र समूहों ने इस योजना का स्वागत एक बड़े कदम के रूप में किया.

‘न्यू यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स’ योजना के तहत 18 से 30 वर्ष के 3000 प्रशिक्षित भारतीय युवाओं को दो साल तक यूके में रहने और नौकरी के लिए वीजा दिया जायेगा.

लंदन के लॉर्ड मेयर ने बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर इस संबंध में हुई घोषणा का स्वागत किया और अन्य क्षेत्रों में भी दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने का आह्वान किया.

इस योजना की शुरुआत अगले साल से हो जाएगी. इसके तहत 18 से 30 वर्ष की आयु के भारतीय छात्रों और पेशेवरों को 24 महीने के लिए ब्रिटेन में रहने और काम करने को लेकर सालाना 3,000 वीजा की पेशकश की जाएगी. ब्रिटिश नागरिकों के लिए भी भारत में इसी तरह की पेशकश होगी.

‘न्यू यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स’ योजना की जानकारी यूके पीएम ऑफिस ने एक ट्वीट के द्वारा दिया.

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने नयी योजना को दोनों देशों के युवा पेशेवरों के लिए ‘बड़ा अवसर’ बताया और पिछले साल यूके-इंडिया माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप (एमएमपी) की मजबूती का संकेत दिया.

ब्रिटेन में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सुगम अभियान की बात करने वाला संगठन नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड अलुमनाई यूनियन (एनआईएसएयू) यूके ने भी इस घोषणा का स्वागत किया.

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और ऋषि सुनक जी20 सम्मलेन बाली में भी मिले थे जहां उन्होंने एक दूसरे से कई बाते सांझा की थी. पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट कहा ‘बाली में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलकर अच्छा लगा. भारत आईएन जीबी संबंधों को बहुत महत्व देता है. हमने वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाने, भारत के रक्षा सुधारों के संदर्भ में सुरक्षा सहयोग के दायरे को बढ़ाने और लोगों के बीच संबंधों को और भी मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की है.


यह भी पढ़ें: कौन हैं बीजेपी और विपक्ष के पसंदीदा पत्रकार? रीट्वीट के स्टडी में उनकी पसंद सामने आई


share & View comments