नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र ने अपने संबोधन में आतंकवाद को जमकर निशाने पर लिया और पूरी दुनिया को इसके खिलाफ एकजुट होने की अपील की. भारत की शांतप्रियता की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि हमने दुनिया को युद्ध नहीं बल्कि बुद्ध दिए हैं. वह शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित कर रहे थे. उनके कुछ समय के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी इस सत्र को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से बोल रहा हूं दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में लोगों ने मुझे और मेरी सरकार को वोट दिया है जिसकी वजह से आज में यहां बोल रहा हूं.’
उन्होंने दुनिया की एकजुटता की बात करते हुए कहा, ‘एक बिखरी हुई दुनिया किसी के हित में नहीं है और संयुक्त राष्ट्र को इसे नई दिशा देनी ही होगी.’
उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धि का जिक्र करते हुए कहा स्वच्छता का जन अभियान भारत में शुरू हुआ, जो व्यापक स्तर पर प्रेरक रहा. पीएम ने कहा कि भारत में दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना आयुष्मान चलाई जा रही है. इसके तहत हर साल 50 लाख लोगों को पांच लाख रुपए तक मुफ्त चिकित्सा की सुविधा दी जा रही है. उन्होंने कहा, ‘पांच साल में 11 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं. अब हम देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए एक बड़ा अभियान चला रहे हैं और जल संरक्षण पर भी काम कर रहे हैं.’
पीएम ने कहा कि हम सबका साथ-सबका विकास का मंत्र लेकर आगे बढ़ रहे हैं. पीएम ने आतंकवाद पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है. इसलिए आतंकवाद के खिलाफ भारत में आक्रोश दिखता है. उन्होंने कहा ग्लोबल वार्मिंग पर भारत ने बहुत कुछ किया है.
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में स्वामी विवेकानंद का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि करीब सवा सौ साल पहले भारत के आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में विश्व धर्म संसद में शांति और सौहार्द का संदेश दिया था. उन्होंने कहा कि सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का आज भी दुनिया के लिए संदेश है- शांति और सौहार्द.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘हम जन कल्याण नहीं जग कल्याण के बारे में सोचते हैं. हमें नई दिशा और दशा देने की जरूरत है भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है. भारत विश्व बंधुत्व को मज़बूत कर रहा है.
उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग को लेकर भारत की जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि प्रति व्यक्ति आय के नज़रिये से देखें तो भारत का ग्लोबल वार्मिंग में योगदान काफी काम रहा है. भारत 4000 गीगावाट पर काम कर रहे है हमने सोलर अलायन्स किया है हमने सीडीआरआई बनाने की पहल की है