नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पोप फ्रांसिस का “भारत के लोगों के प्रति स्नेह हमेशा संजोकर रखा जाएगा.”
पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, “परम पूज्य पोप फ्रांसिस के निधन से बहुत दुख हुआ. दुख और स्मरण की इस घड़ी में ग्लोबल कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं. पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोगों द्वारा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा. छोटी उम्र से ही उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया था. उन्होंने गरीबों और वंचितों की लगन से सेवा की, जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई.”
Deeply pained by the passing of His Holiness Pope Francis. In this hour of grief and remembrance, my heartfelt condolences to the global Catholic community. Pope Francis will always be remembered as a beacon of compassion, humility and spiritual courage by millions across the… pic.twitter.com/QKod5yTXrB
— Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं उनके साथ अपनी मुलाकातों को याद करता हूं और समावेशी और सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हुआ हूं. भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा संजोकर रखा जाएगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन के इतर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी. मुलाकात की तस्वीरों में पीएम मोदी और पोप गर्मजोशी से गले मिलते हुए दिखाई दे रहे थे.
उन्होंने अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर कहा था, “जी7 शिखर सम्मेलन के इतर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की. मैं लोगों की सेवा करने और हमारे ग्रह को बेहतर बनाने के लिए उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा करता हूं. साथ ही उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया.”
पीएम मोदी ने इससे पहले 2021 में वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने कोविड-19 प्रकोप सहित कई मुद्दों पर चर्चा की थी.
कैथोलिक चर्च के 266वें लीडर का सोमवार सुबह उनके निवास पर निधन हो गया और इसकी घोषणा होली रोमन चर्च के कैमरलेंगो कार्डिनल फैरेल ने की.
कुरियन ने पिछले साल दिसंबर में संवाददाताओं से कहा था कि कैथोलिक चर्च के प्रमुख 2025 के बाद भारत का दौरा कर सकते हैं.
मंत्री केरल के मूल निवासी मोनसिग्नर जॉर्ज जैकब कूवाकड के समन्वय के लिए वेटिकन गए थे, जिन्हें पोप फ्रांसिस ने कार्डिनल बनाया था.
शोक की अवधि के बाद, 80 वर्ष से कम आयु के सभी कार्डिनल कैथोलिक चर्च के अगले लीडर को चुनने के लिए एकत्रित होंगे. नए पोप को चुनने की प्रक्रिया में दो से तीन सप्ताह लग सकते हैं.
पोप फ्रांसिस ने रविवार को सेंट पीटर बेसिलिका की बालकनी से वेटिकन स्क्वायर में एकत्रित हज़ारों लोगों को ईस्टर मैसेज दिया था.