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Thursday, 25 April, 2024
होमविदेश'भारत या इजरायल में नमाज के दौरान नमाजी शहीद नहीं हुए, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा हुआ'- ख्वाजा आसिफ

‘भारत या इजरायल में नमाज के दौरान नमाजी शहीद नहीं हुए, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा हुआ’- ख्वाजा आसिफ

आसिफ ने तत्कालीन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं.

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नई दिल्ली: पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने पेशावर के मस्जिद में हुए आत्मघाती विस्फोट के एक दिन बाद पाकिस्तान की संसद में कहा कि इबादत या पूजा कर रहे लोगों पर भारत या इजरायल में हमला नहीं होता हैं लेकिन ऐसा पाकिस्तान में हो रहा है.

बता दें कि पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में सोमवार को दोपहर की नमाज़ के दौरान एक मस्जिद में फिदायीन हमला हुआ था जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हुई थी और दर्जनों घायल हुए थे.

अपने भाषण की शुरुआत में मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 2010-2017 तक आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ा गया. इस मामले पर अलग-अलग राय सामने आई थी, लेकिन इसके बावजूद कोई ‘निर्णायक फैसला’ नहीं लिया गया.

आसिफ ने तत्कालीन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं.

आसिफ ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख ने कल पेशावर का दौरा किया जब उन्हें हमले के बारे में जानकारी दी गई. ‘लेकिन यह एक त्रासदी है अब हमें उसी आतंकवाद संकल्प और एकता की आवश्यकता है जो 2011-2012 में व्यक्त की गई थी.’

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उन्होंने कहा ‘मैं ज्यादा देर तक बात नहीं करूंगा लेकिन संक्षेप में कहूंगा कि शुरुआत में हमने ही आतंकवाद के बीज बोए हैं.’

मंत्री ने कहा कि युद्धों में पाकिस्तान की भागीदारी ‘हमारे घरों, हमारे बाजारों, हमारे स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों’ को ही नुकसान पहुंचाती हैं.

2009 के परेड लेन मस्जिद हमले के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन बच्चों को निशाना बनाया गया था जिनके पिता उस समय स्वात में ऑपरेशन की कमान संभाल रहे थे.

उन्होंने कहा कि भारत या इजरायल में भी नमाज के दौरान नमाजी शहीद नहीं हुए, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा हुआ.

आसिफ ने सवाल किया कि कल पेशावर में हुए हमलें के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा? यह एक ऐसा क्षण है जहां हमें आत्मनिरीक्षण की जरूरत है, हमें यह देखने की जरूरत है कि हम कहां खड़े हैं. और इस हमले की उस तरह से निंदा नहीं की जा रही है जैसी होनी चाहिए.

मंत्री ने कहा कि पूरे देश को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है, तभी इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकती है. ‘यह लड़ाई किसी विशेष संप्रदाय या खंड की नहीं है, यह पाकिस्तान की लड़ाई है.’


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