नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों की एजेंसी (ओसीएचए) ने गुरुवार को युद्धग्रस्त क्षेत्र में प्रवेश करने वाली सभी सहायता पर इजरायली सेना की दंडात्मक नाकाबंदी के कारण खाद्यान्न की गंभीर कमी के बीच गाजा में स्थिति पर अपडेट दिया, अल जजीरा ने बताया.
OCHA के अनुसार, मार्च में, 3,696 फिलिस्तीनी बच्चों को तीव्र कुपोषण के लिए भर्ती कराया गया था, जो कि फरवरी में संख्या की तुलना में बहुत अधिक वृद्धि दर्शाता है, जो अल जजीरा के अनुसार 2,027 थी.
OCHA ने कहा, “मानवीय सहायता और अन्य महत्वपूर्ण आपूर्ति के प्रवेश पर नाकाबंदी के कारण गाजा में खाद्य उपभोग में तेजी से गिरावट आई है, जो अब अपने सातवें सप्ताह में है.” आगे कहा गया, “मुख्य खाद्य समूहों—जैसे मांस, मुर्गी, डेयरी, सब्जियां और फलों की खपत—गंभीर रूप से कम बनी हुई है.”
OCHA की रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा में पानी की कमी भी “सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के दूरगामी परिणामों के साथ एक गंभीर अस्तित्व संकट को बढ़ावा दे रही है. पानी जीवित रहने के लिए आवश्यक है, फिर भी सुरक्षित पानी की पहुंच खतरनाक रूप से सीमित हो गई है.”
बंधक मामलों के लिए अमेरिका के विशेष दूत एडम बोहलर ने अल जजीरा से कहा कि गाजा में युद्ध विराम तभी संभव होगा जब फिलिस्तीनी क्षेत्र में हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंदी रिहा हो जाएंगे. बोहलर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब गाजा पर इजरायली सेना के नए सिरे से किए गए हमले के बीच युद्ध विराम वार्ता जारी है. दूत ने ज़ोर देकर कहा कि हमास को बाकी बंधकों को रिहा करना ही किसी भी स्थायी युद्धविराम की अनिवार्य शर्त है.
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