नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फिलिस्तीन प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की.
अमेरिका ने ‘यूएसएस ड्वाइट डी आइजनहोवर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ (सीएसजी) को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर भेजना भी शुरू कर दिया है.
व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन ने अब्बास के साथ बातचीत में इज़रायल पर हमास के क्रूर हमलों की निंदा की और कहा कि आतंकवादी समूह ‘‘फिलिस्तीन के लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा नहीं है.’’
व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडेन ने नेतन्याहू के साथ बातचीत में उन्हें अमेरिकी सैन्य सहयोग के बारे में जानकारी दी. उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की मंशा रखने वालों को भी चेताया.
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘आज दोपहर राष्ट्रपति बाइडेन ने इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अमेरिकी सैन्य समर्थन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की कोशिश करने वालों को भी चेतावनी दी.’’
इसमें कहा गया है कि बाइडेन ने पानी, भोजन और चिकित्सा देखभाल तक निर्दोष नागरिकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र, मिस्र, जॉर्डन, इज़रायल और क्षेत्र के अन्य सहयोगियों के साथ अमेरिका के समन्वय पर नेतन्याहू के साथ चर्चा की.
बाइडेन ने अब्बास से बात की और इज़रायल पर हमास के हमलों की निंदा की.
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘अब्बास ने बाइडेन को क्षेत्र में अपनी भागीदारी और फिलिस्तीनी लोगों, विशेषकर गाजा में तत्काल आवश्यक मानवीय सहायता पहुंचाने के अपने प्रयासों के बारे में जानकारी दी. बाइडेन ने अब्बास और फिलिस्तीनी प्राधिकरण को इन प्रयासों में अपना पूरा समर्थन देने की बात कही.’’
गाजा में अपने सैनिकों को भेजने की इजराइल की संभावित योजना के बीच अमेरिका ने दुनिया भर के देशों से बातचीत तेज कर दी है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को अपने चीनी समकक्ष वांग यी से बात की थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘इजराइल के साथ खड़े होने और हमास द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों की निंदा करने के बाइडेन प्रशासन के राजनयिक प्रयासों के तहत मंत्री ने इजराइल की अपनी रक्षा करने के अधिकार के प्रति अमेरिकी समर्थन दोहराया और हमास से हमलों को तत्काल रोकने तथा सभी बंधकों को रिहा करने की मांग की.’’
सरकार की पहली प्राथमिकता
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ चल रहे युद्ध के बीच इज़रायल में फंसे अमेरिकी नागरिकों के परिवारों से बात की और आश्वासन दिया कि उन्हें वापस लाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और वे अपने कर्तव्य से “पीछे नहीं हट रहे”.
उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि इससे बड़ी कोई प्राथमिकता नहीं है और अमेरिका इससे दूर नहीं जा रहा है.
राष्ट्रपति बाइडेन ने एक्स पर पोस्ट किया, “इज़रायल पर आतंकवादी हमले के बाद अमेरिकियों के परिवार अकल्पनीय दौर से गुजर रहे हैं. मैंने उनसे वादा किया है, हम इस मुद्दे से बिलकुल भी भाग नहीं रहे हैं.”
परिवारों से बात करते हुए, बाइडेन ने कहा, “दोस्तों, इससे अधिक कोई प्राथमिकता नहीं है. लेकिन, मैं अपने अनुभव से जानता हूं कि आप जिसे प्यार करते हैं, या जो आपसे प्यार करते हैं, जब वह ऐसी स्थिति में हो और उनकी कोई खबर न मिले तो कैसा लगता हैं.”
The families of unaccounted for Americans following the terrorist attack on Israel are going through the unthinkable.
I gave them my word:
We are not walking away from them. pic.twitter.com/kVTl8kqURJ
— President Biden (@POTUS) October 14, 2023
उन्होंने कहा, “हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह आपके लिए, मेरे लिए, व्यक्तिगत रूप से और सभी अमेरिकी लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है. और हम इससे दूर नहीं जा रहे हैं. मैं आपसे वादा करता हूं.”
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले शनिवार को बाइडेन ने कहा था कि हमास इज़रायल पर अपने हमले में निर्दोष फिलिस्तीनी परिवारों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
वाशिंगटन में मानवाधिकार अभियान के लिए एक भव्य रात्रिभोज में बोलते हुए, बाइडेन ने कहा, “गाजा में मानवीय संकट, निर्दोष फिलिस्तीनी परिवारों का हमास से कोई लेना-देना नहीं है.”
उन्होंने कहा, “उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.”
7 अक्टूबर को इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से, अमेरिका ने इज़रायल के लोगों के साथ मजबूत एकजुटता व्यक्त की है और हमास आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्र को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है.
इसके बाद, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने इज़रायल का दौरा किया और हमास के खिलाफ युद्ध में मजबूत समर्थन दर्ज किया.
7 अक्टूबर को एक बड़ी वृद्धि में, हमास ने इज़राइल पर एक “आश्चर्यजनक हमला” किया, और देश के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में रॉकेटों की बौछार कर दी.
ताजा अपडेट के मुताबिक, इज़रायल पर हमास के आतंकी हमलों में कम से कम 1300 लोगों की जान चली गई है और 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. आईडीएफ ने पुष्टि की है कि गाजा में हमास आतंकवादी संगठन द्वारा 120 से अधिक नागरिकों को बंदी बनाया जा रहा है.
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