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Saturday, 18 May, 2024
होमविदेशJ&K नेता का बेटा अंडा मामले में UK में क्यों मांग रहा है 'महाराजा' के रूप में डिप्लोमेटिक छूट

J&K नेता का बेटा अंडा मामले में UK में क्यों मांग रहा है ‘महाराजा’ के रूप में डिप्लोमेटिक छूट

अंकित लव डोगरा राजवंश के वंशज और जम्मू-कश्मीर के 'संप्रभु राज्य' का 'महाराजा' होने का दावा कर रहे हैं. उन पर लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.

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नई दिल्ली: ब्रिटेन की एक अदालत ने मंगलवार को ब्रिटेन की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन को यह साबित करने को कहा कि क्या अंकित लव – जो जम्मू-कश्मीर पैंथर्स पार्टी (जेकेपीपी) के दिवंगत प्रमुख भीम सिंह के बेटे है – जम्मू कश्मीर के ‘संप्रभु राज्य’ के ‘महाराजा’ हैं.

ब्रिटेन के नागरिक के रूप में लव एक ऐसे आपराधिक मामले में राजनयिक छूट (डिप्लोमेटिक इम्युनिटी) की मांग कर रहे हैं, जिसमें उन पर लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की संपत्ति को आपराधिक तरीके से नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.

इस साल 13 फरवरी को, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार की नीतियों के विरोध में भारतीय उच्चायोग पर अंडे और पत्थर फेंकने के बाद लव को गिरफ्तार कर लिया गया था.

लव ने फोन पर बात करते हुए दिप्रिंट को बताया, ‘मैं जम्मू और कश्मीर में भारत सरकार के गैरकानूनी आचरण के खिलाफ विरोध कर रहा था, 1991 में घटित कुनन पोशपोरा सामूहिक बलात्कार मामला जो फरवरी में किया गया था इसलिए मैं इसका विरोध कर रहा था.’

साउथवार्क क्राउन कोर्ट द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, यूके के गृह सचिव के पास इस संबंध में एक प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सात दिन का समय है कि क्या जम्मू-कश्मीर एक ‘संप्रभु राज्य’ है और लव इसके ‘राज्य प्रमुख’ हैं. यदि यूके सरकार यह प्रमाणपत्र देने से इनकार कर देती है, तो लव लंदन के हाई कोर्ट में अपील करने की योजना बना रहे हैं.

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यूके में सभी आपराधिक मामले मजिस्ट्रेट कोर्ट में शुरू होते हैं, लेकिन अधिक गंभीर आपराधिक मामले क्राउन कोर्ट में भेजे जाते हैं. क्राउन कोर्ट से आगे की अपील उच्च न्यायालय में जाती है और संभावित रूप से अपील न्यायालय या यहां तक कि ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट तक भी जाती है.

लव, जो खुद के डोगरा राजवंश के वंशज होने का दावा करते हैं, भारतीय उच्चायोग के खिलाफ मामला शुरू होने के बाद से भारत आने के प्रति ‘सतर्क’ रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘मैं इस साल फरवरी के बाद से भारतीय उच्चायोग के खिलाफ एक कानूनी मामले में उलझ गया हूं. जम्मू और कश्मीर के असली महाराजा के रूप में, मैं अभियोजन पक्ष से राजनयिक छूट की मांग कर रहा हूं. मेरे पिता भीम सिंह का इस साल मई में निधन हो गया था, लेकिन उच्चायोग से चल रहे मामले को देखते हुए मैं भारत के वीजा के लिए आवेदन करने के प्रति सावधान था.’

बता दें कि भीम सिंह का लंबी बीमारी के बाद 31 मई को निधन हो गया था.

इससे पहले दिप्रिंट ने अप्रैल में यह खबर दी थी कि लव को बल्गेरियाई पुलिस ने एक यूक्रेनी मॉडल की कार चलाने के लिए पकड़ा था.

उच्चायोग में ‘अंडों को लेकर झमेला’

लव पर यूके के क्रिमिनल डैमेज एक्ट 1971 के तहत संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.

दिप्रिंट द्वारा देखे गए साउथवार्क क्राउन कोर्ट के अभियोग आदेश में कहा गया है: ‘अंकित लव, फरवरी, 2022 के 13 वें दिन, बिना किसी वैध बहाने के भारतीय उच्चायोग की खिड़कियों और दरवाजों को क्षति पहुंचाई. वे ऐसी संपत्ति को नष्ट करने या क्षति पहुंचाने का इरादा रखते हैं या इस बारे में लापरवाह हैं कि क्या ये संपत्ति नष्ट या क्षतिग्रस्त की जानी चाहिए या की जा सकती है.’

उच्चायोग की खिड़कियों और अन्य संपत्ति को लगभग £5,000 का नुकसान हुआ है.

दिप्रिंट द्वारा देखे गए गवाहों के बयानों में लव द्वारा भारतीय उच्चायोग के वीआईपी प्रवेश द्वार के दरवाजे पर ‘अंडों के छिलके’ फेंकने की जानकारी दी गई है.

एक गवाह ने अपने बयान में कहा, ‘वह लगभग 16:14 बजे (शाम के 4 बजकर 14 मिनट पर) में दूतावास के बाहर घटनास्थल पर पहुंचे. वह वीआईपी प्रवेश द्वार के सामने सीधे सड़क पर फुटपाथ पर खड़े होते हैं, जो फुटपाथ के चौड़े हिस्से में उनसे लगभग 5 मीटर की दूरी पर है. इसके बाद मिस्टर लव अंडे का डिब्बा निकालते हैं. जब वह बॉक्स खोलते हैं तो कई अंडे बॉक्स से बाहर और फुटपाथ पर गिर जाते हैं और वे फुटपाथ पर ही टूट जाते हैं. फिर मिस्टर लव बचे हुए अंडे उच्चायोग में फेंक देते हैं.’

इस गवाह ने आगे कहा है, ‘वह इनमें से कुछ अंडों को वीआईपी गेट पर और कुछ अन्य को दरवाजे के ऊपर की बड़ी खिड़की पर फेंकते हैं. मिस्टर लव फिर अपनी जेब में हाथ डालते हुए ढेर सारे पत्थर निकालते हैं. इसके बाद वह दर्जनों बार खिड़कियों पर पत्थर फेंकते हैं.’

(अनुवाद: राम लाल खन्ना)

(संपादन: पूजा मेहरोत्रा)

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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