नई दिल्ली: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को बताया कि इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने ईरान में एक बड़ा हवाई हमला शुरू किया है, जिसका नाम ऑपरेशन ‘राइजिंग लायन’ है. इस हमले में ईरान की परमाणु सुविधाएं और प्रमुख सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया गया.
इजरायली हमलों ने नतांज स्थित ईरान की मुख्य परमाणु संवर्धन सुविधा को भी निशाना बनाया है, जिसकी पुष्टि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में की. नतांज सुविधा को लंबे समय से उच्च स्तर के यूरेनियम संवर्धन की क्षमता के कारण अंतरराष्ट्रीय चिंता का केंद्र माना जाता है.
नेतन्याहू ने कहा, “यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक ज़रूरी होगा. हम इजरायल के इतिहास के एक निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं. IDF ने ईरानी बम पर काम कर रहे ईरान के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है. जब तक हम उस विनाश के खतरे को दूर नहीं कर लेते जो हमारे सिर पर मंडरा रहा है, हम नहीं रुकेंगे.”
एक रक्षा अधिकारी के अनुसार, IDF के शुरुआती हमलों में ईरान के सैन्य प्रमुख मोहम्मद बाघेरी सहित सैन्य नेतृत्व के अन्य वरिष्ठ सदस्य और शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं.
Moments ago, Israel launched Operation “Rising Lion”, a targeted military operation to roll back the Iranian threat to Israel's very survival.
This operation will continue for as many days as it takes to remove this threat.
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Statement by Prime Minister Benjamin Netanyahu: pic.twitter.com/XgUTy90g1S
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) June 13, 2025
आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने सोमवार को IDF चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल एयाल ज़मीर के साथ समन्वय में इस हमले का फैसला किया.
ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोलफज़ल शेकारची ने सरकारी टीवी से कहा कि यहूदी दुश्मन ने अमेरिका की मदद से रिहायशी इलाकों पर “क्रूर हमले” किए. प्रवक्ता ने कहा कि दुश्मन को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और ईरानी सशस्त्र बलों की ओर से “कड़ी प्रतिक्रिया” का इंतज़ार करना चाहिए.
बाद में, ईरानी सरकारी मीडिया ने बताया कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर-इन-चीफ जनरल होसेन सलामी हमले में मारे गए हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ईरान की सेना के उप कमांडर जनरल ग़ुलामअली राशिद और परमाणु वैज्ञानिक फरीदून अब्बासी भी मारे गए.
ईरान की सेना ने ‘एक्स’ पर एक संदेश में लिखा: “याद रखें, हमने इसकी शुरुआत नहीं की.”
Remember, we didn't initiate it.
— Iran Military (@IRIran_Military) June 13, 2025
अमेरिका ने इसराइली कार्रवाई से खुद को अलग किया, जैसा कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने बयान में साफ कहा. रुबियो ने कहा, “आज रात, इसराइल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की. हम ईरान पर किए गए हमलों में शामिल नहीं हैं, और हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा है.”
“हमारे पास कोई रास्ता नहीं था, हम खतरे के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं”
IDF ने कहा कि ऑपरेशन की पहली लहर कई विमानों ने कई स्थानों पर टारगेट पर हमला करके चलाई थी.
“आज सुबह IDF ने प्री-एम्प्टिव और सटीक हमले शुरू किए, ईरानी परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने के लिए ताकि ईरानी शासन को निकट भविष्य में परमाणु बम बनाने की क्षमता न मिल सके,” IDF ने ‘एक्स’ पर कहा.
IDF प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफ्फी डेफ़्रिन ने कहा, “हमारे पास कोई विकल्प नहीं था. हम एक निकट और अस्तित्वगत खतरे के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. हम ईरानी शासन को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दे सकते, क्योंकि यह इज़राइल और पूरी दुनिया के लिए खतरा होगा. यह ऑपरेशन हमारे यहां अस्तित्व के अधिकार के लिए है… इज़राइल को अपने लोगों को बचाने का अधिकार और जिम्मेदारी है, और हम ऐसा करते रहेंगे.”
A statement from IDF Spokesperson BG Effie Defrin on the preemptive Israeli strike on Iranian nuclear targets pic.twitter.com/IJNT5LXz6o
— Israel Defense Forces (@IDF) June 13, 2025
उन्होंने बताया कि IDF ने इस ऑपरेशन की काफी तैयारी की थी. “हम अपनी रक्षा और आक्रमण दोनों के लिए पूरी तरह तैयार हैं.”
यह कार्रवाई ईरान की परमाणु गतिविधियों को लेकर बढ़ते तनाव के बीच हो रही है, जबकि इज़रायली अधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि इस्लामी गणराज्य ने यूरेनियम संवर्धन में एक गंभीर सीमा पार कर ली है.
इज़राइल के एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि ईरान “कुछ ही दिनों में” 15 परमाणु हथियार बना सकता है.
दिल्ली में इज़राइल के दूतावास ने एक बयान में कहा, “ईरान ने ऐसे उच्च-समृद्ध यूरेनियम की बड़ी मात्रा जमा कर ली है जो 9 से अधिक परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त है. इसमें से एक तिहाई केवल पिछले तीन महीनों में संवर्धित और जमा की गई है—जो उत्पादन मात्रा में एक बड़े इजाफे को इंगित करता है.”
“यह दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई अमेरिका के साथ हो रही वार्ताओं के साथ समवर्ती रूप से की गई थी. हाल ही में, ईरान ने अपने परमाणु हथियार संबंधी प्रयासों में महत्वपूर्ण प्रगति की है. पिछले दो दशकों में इतनी तेज गति नहीं देखी गई है,” बयान में जोड़ा गया.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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