नई दिल्ली: सोमवार को रूसी सुरक्षा एजेंसी ने संभवत: किसी मध्य एशियाई देश के एक आईएसआईएस ‘आतंकवादी’ को हिरासत में लिया है, जो कथित रूप से भारत में एक हमले की तैयारी कर रहा था.
सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया, कि 1992 में जन्मे उस क़ैदी आज़मोव मशाहोंत ने क़बूल किया है, कि उसे भारत के ‘सत्ताधारी हलक़ों’ के किसी प्रतिनिधि को निशाना बनाने का ज़िम्मा’ दिया गया था.
रूसी महासंघ की संघीय सुरक्षा सेवा, एफएसबी, की ओर से जारी एक वीडियो में, मशाहोंत को कथित रूप से ये कहते हुए सुना जा सकता है, कि उसे ‘पैग़म्बर के अपमान’ का बदला लेना था.
ये पूछे जाने पर कि क्या मशाहोंत पैग़म्बर मोहम्मद के बारे में निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणियों की ओर इशारा कर रहा था, जो मई में एक टेलीवीज़न बहस के दौरान की गईं थीं, एक सूत्र ने कहा कि ‘ये स्पष्ट नहीं है’.
एफएसबी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया: ‘रूस की एफएसबी ने रूस में प्रतिबंधित अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के एक सदस्य की पहचान करके उसे हिरासत में लिया है, जो मध्य एशियाई क्षेत्र के एक देश का निवासी है. वो भारत के सत्ताधारी हलक़ों के किसी प्रतिनिधि के सामने ख़ुद को उड़ा देने की आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था’.
उसमें आगे कहा गया, ‘हिरासत में लिए गए व्यक्ति को टर्की में आईएस के एक लीडर ने एक आत्मघाती हमलावर के तौर पर भर्ती किया था’.
गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मॉस्को में अपने रूसी समकक्षी निकोलाई पात्रुशेव से बातचीत की थी, जिसमें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर फोकस किया गया था.
दौरे के दौरान डोभाल ने रूसी उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव से भी मुलाक़ात की, और दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक रिश्तों पर चर्चा की, जिसमें बाहरी अंतरिक्ष का शांतिपूर्ण उपयोग भी शामिल था.
एफएसबी की ओर से जारी वीडियो में, गिरफ्तार शख़्स कथित तौर पर ये भी कहता है, कि उसे आईएसआईएस के एक सदस्य ने टर्की में एक ‘आत्मघाती हमलावर’ के तौर पर भर्ती किया था, जहां उसने ट्रेनिंग हासिल की.
उसे कहते हुए सुना जा सकता है, ‘मैं उड़ान भरकर रूस आया, जहां से मुझे भारत के लिए फ्लाइट लेनी थी. भारत में एक मीटिंग रखी गई थी जिसके दौरान मुझे एक हमले को अंजाम देने के लिए सब कुछ मिलने वाला था. वहां पर मुझे वो सब चीज़ें मिलनी थीं, जिनसे मुझे पैग़म्बर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए, आईएस की ओर से एक आतंकी हमले को अंजाम देना था’.
यह भी पढ़ें-कांग्रेस अपना अध्यक्ष, परिवार, मकसद तय नहीं कर पा रही है, 137 साल पुरानी पार्टी से BJP बखूबी वाकिफ