ईरान : ईरान के सरकारी टेलीविजन ने सेना के हवाले से कहा है कि उनके देश ने मानवीय चूक के चलते ‘गैरइरादतन’ यूक्रेन के विमान को मार गिराया था. ईरानी सशस्त्र बलों ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन के विमान को गलती से दुश्मन का विमान समझ लिया.
Iranian Pres Hassan Rouhani:Armed Forces’ internal investigation has concluded that regrettably missiles fired due to human error caused the horrific crash of Ukrainian plane&death of 176 people.Investigations continue to identify&prosecute this great tragedy&unforgivable mistake pic.twitter.com/FVfOrtOfoM
— ANI (@ANI) January 11, 2020
ईरान के विदेश मंत्री ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी, हादसे के लिए ‘अमेरिकी दुस्साहस’ का हवाला दिया.
आपको बता दें, यूक्रेन के यात्री विमान दुर्घटना में सभी 176 सवार लोगों की गई थी जान.
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने ट्वीट किया, ‘दुखद दिन…अमेरिकी दुस्साहस के चलते पैदा हुए संकट के समय मानवीय चूक के चलते यह दुर्घटना हुई. हमें गहरा दुख है… सभी पीड़ितों के परिवारों और अन्य प्रभावित राष्ट्रों से हमारी माफी और संवेदना.’
इससे पहले ईरान ने कई दिनों तक विमान को गिराने की बात से इनकार किया, लेकिन अमेरिकी और कनाडा ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि ईरान ने ही विमान को मार गिराया है.
गौरतलब है कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान तेहरान से उड़ान भरने के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमले के कुछ देर बाद यह विमान हादसा हुआ था.
अमेरिकी हवाई हमले में ईरानी जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत के बाद जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इराक में दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था. हालांकि, हमले में इन ठिकानों पर कोई घायल नहीं हुआ था.
ईरान के सरकारी मीडिया ने सेना के बयान के हवाले से बताया कि विमान के रिवोल्युशनरी गार्ड के ‘संवेदनशील सैन्य केंद्र’ की ओर मुड़ने के बाद उसे गलती से दुश्मन का विमान समझ लिया.
इसमें कहा गया कि अमेरिका के साथ भारी तनाव के मद्देनजर सेना ‘पूरी तरह मुस्तैद’ थी. बयान के मुताबिक, ‘ऐसे हालात में, मानवीय चूक के चलते और गैर इरादतन विमान पर निशाना बना दिया गया.’
ईरान ने इस हादसे के लिए माफी मांगी है और कहा है कि भविष्य में ऐसी त्रासदी को रोकने के लिए वह अपनी प्रणाली को मजबूत करेगा. बयान में यह भी कहा गया है कि इस हमले के लिए जो भी दोषी हैं, उन पर मुकदमा चलाया जाएगा.
इस हादसे में मारे गए ज्यादातर लोग ईरान के थे या ईरानी मूल के कनाडाई थे. यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था. बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन नागरिक सवार थे.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)