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Friday, 29 March, 2024
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इमरान खान ने पाकिस्तानी न्यायपालिका पर उठाए सवाल, कहा- बीच रात में क्यों खोला कोर्ट

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने यह साजिश रची थी, वे इस बात से बहुत खुश थे कि उन्हें सरकार से बेदखल कर दिया गया. जब मैं सरकार का हिस्सा था तो मैं खतरनाक नहीं था, लेकिन अब मैं और अधिक खतरनाक हो जाऊंगा.

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पेशावरः पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के चेयरमैन इमरान खान ने देश की पाकिस्तान की न्यायपालिका से सवाल पूछते हुए कहा कि उनके अविश्वास प्रस्ताव के कुछ घंटे पहले शनिवार को मध्यरात्रि में उसके दरवाजे क्यों खोले गए. इसके पीछे न्यायपालिका का क्या उद्देश्य था.

अविश्वास मत नेशनल असेंबली में एक उच्च राजनीतिक उठापटक के बाद हुआ, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने सत्तारूढ़ पीटीआई के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ विपक्ष द्वारा प्रायोजित अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के उपाध्यक्ष के फैसले को पलट दिया.

इमरान ने रविवार से शुरू हुई रैलियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘हर बार जब किसी प्रधानमंत्री को अपदस्थ किया जाता था, तो लोग इसका जश्न मनाते थे, लेकिन जब उन्हें पद से हटा दिया गया, तो जनता ने विरोध दर्ज कराया.

उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान में पीटीआई सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दलों की मदद से वाशिंगटन में एक ‘विदेशी साजिश’ की साजिश रची गई थी.

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने यह साजिश रची थी, वे इस बात से बहुत खुश थे कि उन्हें सरकार से बेदखल कर दिया गया. जब मैं सरकार का हिस्सा था तो मैं खतरनाक नहीं था, लेकिन अब मैं और अधिक खतरनाक हो जाऊंगा.

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उन्होंने कहा, ‘हम एक इम्पोर्टेड सरकार को स्वीकार नहीं करेंगे और लोगों ने इस कदम के खिलाफ प्रदर्शन करके दिखा दिया है कि वे क्या चाहते हैं.

एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग शहबाज शरीफ को अपने प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि उनके खिलाफ 40,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामले हैं.

उन्होंने कहा कि अपने 25 साल के सार्वजनिक जीवन में मैंने कभी भी राज्य के संस्थाओं या न्यायपालिका के खिलाफ जनता को उकसाने की कोशिश नहीं की क्योंकि मेरा जीवन और मृत्यु पाकिस्तान में है. लेकिन मैं आपसे पूछता हूं कि आखिर मेरा क्या गुनाह था कि आपने कोर्ट्स को मध्य रात्रि में खोलना पड़ा.

बता दें कि इमरान खान अपनी सरकार को हटाए जाने के पीछे विदेशी षडयंत्र खासकर अमेरिका का हाथ बताते रहे हैं और अपने कुछ भाषणों में वह इस बात का जिक्र भी करते रहे हैं.


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