नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत से पेशकश की थी कि वो किसी भी तरह के जांच और बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन भारत ने उसकी नहीं सुनी और पाकिस्तान सीमा का उल्लंघन किया. इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की मजबूरी थी कि वो भारत की कार्यवाई का जवाब दे और उसे मजबूरी में एक्शन लेना पड़ा. हमने भारत की कार्यवाई के बाद कोई कदम जल्दबाज़ी में नहीं लिया और पूरी तफ्तीश के बाद कदम उठाया.
इमरान खान ने कहा, ‘ हम दिखाना चाहते थे कि हमारे पास भी केपेबिलिटी है और हम भी कार्यवाई कर सकते हैं.’
पाकिस्तान की वायुसेना से मुठभेड़ में भारत के दो मिग विमान पाकिस्तान के क्षेत्र में चले गए थे, ‘ जिन्हें गिरा दिया गया था और पायलट्स हमारे साथ है.’
It was our plan to not cause any collateral damage, and not to cause any casualties.We simply wanted to show capability. Two Indian Migs crossed Pakistan’s Borders, and we shot them down.I want to now address India and say let sanity prevail. #BetterSenseShouldPrevail pic.twitter.com/HsicyaqgUu
— PTI (@PTIofficial) February 27, 2019
इमरान खान ने कहा, ‘जंगो में हमेशा ‘ मिसकैल्कुलेशन होते हैं.’ पर क्या ‘हम मिसकैलकुलेशन अफोर्ड कर सकते हैं?’
‘युद्ध शुरू होगा तो वह न मेरे न नरेंद्र मोदी के नियंत्रण में होगा. ‘हम बातचीत के लिए तैयार है. मैं आशा करता हूं कि भारत को सदबुद्धि आए और बातचीत से मसले हल हो.’
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि पुलवामा पर भारत में गुस्से से वो अवगत है और वो दर्द महसूस कर सकते है क्योंकि पिछले 10 सालों में पाकिस्तान ने दहशतगर्दी में 70,000 लोगों को खोया है.
भारत सरकार पर निशाना साधते हुए इमरान खान ने कहा कि भारत में चुनाव है इसलिए युद्ध घोष किया जा रहा है.
इमरान खान का कहना था कि कोई भी युद्ध योजना अनुसार नहीं चलता चाहे वो विश्व युद्ध हो या आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई.
एक बार फिर सबूत और सहयोग का राग अलापते हुए इमरान खान ने स्वयं को शांति दूत के रूप में पेश करने की कोशिश के साथ भारत को धमकी भी दे डाली की दम पाकिस्तान में भी है और भारत के दो पायलट भी उसके कब्ज़े में है.14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की मौत हो गई थी.
इस घटना के बाद, भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी की.