scorecardresearch
Friday, 10 May, 2024
होमविदेश'मैं अब जा रही हूं' न्यूजीलैंड की PM जैसिंडा अर्डर्न ने किया ऐलान, फरवरी में देंगी इस्तीफा

‘मैं अब जा रही हूं’ न्यूजीलैंड की PM जैसिंडा अर्डर्न ने किया ऐलान, फरवरी में देंगी इस्तीफा

अर्डर्न 37 वर्ष की आयु में 2017 में प्रधानमंत्री चुने जाने पर दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला प्रमुख बन गई थीं.

Text Size:

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने गुरुवार को घोषणा की कि वह 7 फरवरी तक अपने पद से इस्तीफा दे देंगी.

न्यूजीलैंड के सार्वजनिक प्रसारक आरएनजेड ने ट्वीट किया, “जैसिंडा अर्डर्न का कहना है कि वह इस साल चुनाव नहीं लड़ेंगी और वह फरवरी की शुरुआत में इस्तीफा देंगी.”

14 अक्टूबर को आम चुनाव होने है .

अर्डर्न ने कहा, ‘हालांकि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी, लेकिन मैं जानती हूं कि न्यूजीलैंड के लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले मुद्दे इस साल और चुनाव तक सरकार के ध्यान में रहेंगे.‘ अर्डर्न ने कहा कि उन्हें अब भी विश्वास है कि आगामी चुनाव में न्यूजीलैंड की लेबर पार्टी जीतेगी. उन्होंने कहा कि, ‘उनकी सरकार ने बहुत कुछ हासिल किया है.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

न्यूजीलैंड की पीएम अर्डर्न ने कहा कि मेरे इस्तीफे के पीछे कोई रहस्य नहीं है. मैं तो साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि मैं भी इंसान हूं और हम जितना अपना बेस्ट दे सकते हैं हम देते हैं. लेकिन मेरे लिए ये फैसला लेने का समय है.

उन्होंने कहा कि मैं अब जा रही हूं. क्योंकि इस तरह के पद के साथ ही बहुत बड़ी जिम्मेदारी आती है. इसके साथ ही ये भी जिम्मेदारी आती है कि आप ये भी तय करें कि आप कब लीडरशिप करने के लिए फिट हैं औऱ कब नहीं?

अर्डर्न का यह चौंकाने वाला फैसला साढ़े पांच साल के कार्यकाल के बाद आया है, जब उन्होंने कोरोनोवायरस महामारी के माध्यम से न्यूजीलैंड का नेतृत्व किया. अर्डर्न ने एक टीवी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह मेरे जीवन का सबसे पूर्ण साढ़े पांच साल रहा है.”

अर्डर्न 37 वर्ष की आयु में 2017 में प्रधानमंत्री चुने जाने पर दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला प्रमुख बन गई थीं.


यह भी पढ़ें: चीन के समर्थन के साथ पाकिस्तान फिर से लश्कर और जैश को क्यों दे रहा है बढ़ावा


share & View comments