पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों देश भर में चार सप्ताह से जारी ‘येलो वेस्ट’ विरोध प्रदर्शन के बाद सोमवार को व्यवसायिक दिग्गजों और श्रमिक संगठनों के साथ वार्ता करेंगे.’सीएनएन’ ने फ्रांस के राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता के हवाले से बताया, ‘मैक्रों राजनीतिक नेताओं और स्थानीय अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे. वह सभी के विचार और प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे और उन्हें कार्य करने के लिए संगठित करेंगे.’
समाचार पत्र ‘ले फिगारो’ ने बताया कि प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिपे और नौ सरकारी मंत्री भी मैक्रों की बैठक में शामिल होंगे.
यह बैठक देश के नाम मैक्रों के संबोधन से पहले होगी जिसका मूल विचार राष्ट्रीय एकता के आसपास केंद्रित होने की उम्मीद है.
मैक्रों ने ‘येलो वेस्ट’ प्रदर्शनकारियों से सप्ताहंत के विरोध प्रदर्शन के बाद बातचीत का आग्रह किया है जिसमें 1,723 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है और 1,220 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
देश भर में 135 लोगों को प्रदर्शन में चोटें आईं हैं.
मैक्रों बढ़ती महंगाई, ईंधन कर में बढ़ोतरी के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के कारण आलोचना झेल रहे हैं. पूर्व बैंकर मैक्रों पर आरोप है कि उन्होंने फ्रांसीसी समाज में असमानता को दूर करने के लिए कुछ खास नहीं किया है.
इस सप्ताहंत में सरकार पर काफी दबाव बढ़ा है। पुलिस द्वारा प्रदर्शन पर काबू पाने की कोशिश में प्रदर्शनकारियों पर रबर बुलेट और आंसू गैस छोड़ी गई है.
फ्रांसीसी अधिकारियों ने पेरिस की सड़कों पर आठ हजार पुलिसकर्मियों और देश भर में हजारों सशस्त्र जवान तैनात किए हैं.
यह आंदोलन सोशल मीडिया पर पहली बार वंचित ग्रामीण इलाकों के नागरिकों द्वारा फेसबुक इवेंट्स के साथ शुरू हुआ.
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कई लोग मैक्रों के इस्तीफे के साथ पेंशन और शिक्षा पर सरकारी खर्च में वृद्धि, करों में कमी, बुनियादी ढांचे में सुधार, अप्रवासन में कटौती और सार्वजनिक सेवाओं के निजीकरण को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं.