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Monday, 23 December, 2024
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कश्मीर मुद्दे पर फ्रांस ने कहा, भारत-पाक मिलकर सुलझाएं मामला, तीसरे पक्ष के दखल की जरूरत नहीं

दोनों देशों ने भारत द्वारा प्रस्तावित आतंकवाद के खतरे पर विश्व सम्मेलन को जल्द से जल्द करने का फैसला लिया है.

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पेरिस : फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मामले को आपस में सुलझा लेना चाहिए और किसी तीसरे पक्ष को इसमें दखल देने की ज़रूरत नहीं है और न ही इस क्षेत्र में हिंसा फैलाने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने साथ ही कहा कि भारत को 36 रफेल विमानों की खेप का पहला विमान अगले महीने डिलीवर कर दिया जायेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मेक्रां से द्विपक्षीय बातचीत की और कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया. इनमें आतंकवाद, सुरक्षा आदि शामिल है. मोदी ने कहा कि फ्रांस के साथ भारत का रिश्ता निजी स्वार्थ पर नहीं पर स्वतंत्रता, बराबरी और दोस्ती पर कायम है. भारत और फ्रांस  मिलकर जलवायु परिवर्तन की चुनौती, पर्यावरण और तकनीक पर आधारित विकास में सहयोग करेंगे.

दोनो देशों ने आतंकवाद रोधक प्रक्रिया और सुरक्षा में सहयोग को और व्यापक बनाने का भी फैसला किया. दोनों नेताओं ने कहा कि किसी भी कारण से आतंकवाद को सही नहीं ठहराया जा सकता और इसे किसी धर्म, जात, राष्ट्रीयता से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. दोनों देशों ने भारत द्वारा प्रस्तावित आतंकवाद के खतरे पर विश्व सम्मेलन को जल्द से जल्द करने का फैसला लिया. साथ ही बढ़ते कट्टरपंथ से निपटने, खासकर ऑनलाइन रैडिकलाइज़ेशन से निपटने में सहयोग की बात की.

पीएम मोदी का दौरा 56 भारतीय कंपनियों ने बहरीन में निवेश की इच्छा जताई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बहरीन पहुंचेंगे और इस राजशाही वाले देश में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी. इससे पहले करीब 56 भारतीय व्यवसायियों ने बहरीन के अधिकारियों के साथ निवेश की संभावनाओं को लेकर बातचीत की.

पीएम मोदी के दौरे से द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों और वित्तीय सेवाओं, आईसीटी और स्टार्टअप में दोनों तरफ से निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

बहरीन के आर्थिक विकास बोर्ड (ईडीबी) सह-मुख्य निवेश अधिकारी (वित्तीय सेवाएं) डेविड पार्कर ने जीडीएन से कहा कि भारत को एक तरजीही बाजार के रूप में चिन्हित किया गया है, जो कि बहरीन को एक नवाचार-केंद्रित और फिनटेक, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और ब्लॉकचेन का फायदा उठाते हुए ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की पहल का हिस्सा है.

ईडीबी के दुनिया भर में 16 निवेश प्रोत्साहन कार्यालय हैं, जिसमें से तीन भारत में नई दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू में हैं.

उन्होंने कहा, ‘हम बेंगलुरू में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए भर्तियां कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य हैदराबाद और चेन्नई में भी कार्यालय खोलने का है.’

उन्होंने कहा कि कम से कम 12 नए भारतीय कारोबारी इस साल के अंत तक बहरीन में अपनी दुकानें स्थापित करेंगे, जो ईडीबी की पहल का नतीजा है.

 

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