scorecardresearch
Sunday, 22 December, 2024
होमविदेशभारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा को US विदेश विभाग में टॉप पोस्ट मिली

भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा को US विदेश विभाग में टॉप पोस्ट मिली

वर्मा विदेशी सहायता और नागरिक रिस्पॉन्स प्रोग्राम जैसे विदेश विभाग के ऑपरेशंस का नेतृत्व, समन्वय और निगरानी करेंगे.

Text Size:

वाशिंगटन (अमेरिका) : भारतीय अमेरिकन रिचर्ड वर्मा को बृहस्पतिवार को विदेश विभाग के स्टेट फॉर मैनेजमेंट एंड रिसोर्सेज में उप सचिव बनाया गया है. अमेरिकी सीनेट ने इसकी पुष्टि की है. इस पद को आमतौर पर पावरफुल सीईओ के तौर पर देखा जाता है, रिचर्ड वर्मा को सीनेट से 26 के मुकाबले 67 मत मिले हैं.

अमेरिकी सीनेट डेमोक्रेटिक मेजॉरिटी के लाइव फ्लोर अपडेट के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘कन्फर्म: रिचर्ड वर्मा 67-26 के वोट से स्टेट फॉर मैनेजमेंट और रिसोर्सेज के उप सचिव होंगे.’

इस नई पॉजिशन में भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत विदेशी सहायता और नागरिक रिस्पॉन्स प्रोग्राम जैसे विदेश विभाग के ऑपरेशंस का नेतृत्व, समन्वय और निगरानी करेंगे.

वर्मा मास्टरकार्ड में मुख्य कानूनी अधिकारी और वैश्विक सार्वजनिक नीति के प्रमुख हैं. उन्होंने ओबामा प्रशासन के दौरान भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत और विधायी मामलों के राज्य के सहायक सचिव की भूमिका निभाई है.

पिछले साल दिसंबर में 54 साल के वर्मा को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन इस टॉप डेप्लोमेटिक पोस्ट के लिए नामित किया था.

एक जारी विज्ञप्ति मेंं कहा गया है कि अपने करियर के शुरुआत में वह संयुक्त राज्य अमेरिका के सीनेटर हैरी रीड (डी-एनवी) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे. उसी समय वह डेमोक्रेटिक व्हिप, अल्पसंख्यक नेता औ संयुक्त राज्य अमेरिकी सीनेट के मेजॉरिटी के नेता थे.

वह द एशिया ग्रुप में उपाध्यक्ष, स्टेप्टो और जॉनसन एलएलपी में पार्टनर और सीनियर काउंसलर व अलब्राइट स्टोनब्रिज ग्रुप में सीनियर काउंसलर रहे हैं. वह संयुक्त राज्य अमेरिका के वायु सेना का भी बड़ा अनुभव रखते हैं, जहां उन्होंने जज एडवोकेट के रूप में सक्रिय जिम्मेदारी निभाई है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंंने विदेश विभाग के विशिष्ट सेवा पदक, काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस की ओर से इंटरनेशनल अफेयर्स फेलोशिप और संयुक्त राज्य वायु सेना से मेधावी सेवा पदक समेत कई पुरस्कार और अलंकरण हासिल किए हैं.

उन्हें राष्ट्रपति के खुफिया सलाहकार बोर्ड में नियुक्त किया गया था और वे द विपन्स ऑफ मास डिस्ट्रक्शन व टेररिज्म कमीशन के पूर्व सदस्य रहे हैं.


यह भी पढे़ं : भाजपा ने राहुल गांधी की खोई साख लौटाकर उन पर बहुत बड़ा एहसान किया है


 

share & View comments