मराकेश (मोरक्को) : दक्षिण अफ्रीकी देश मोरक्को में मारकेश करीब शक्तिाली भूकंप की वजह से मरने वालों की संख्या 1000 के ऊपर पहुंच गई है, शनिवार को अल जीज़ीरा ने यह ख़बर दी है. वहीं भारत ने इस मुश्किल घड़ी में मोरक्को को हरसंभव मदद देने की बात कही है.
मोरक्को की स्टेट मीडिया के हवाले से अल जज़ीरा ने बताया, “इस भूकंप में कम से कम 1,037 लोग मारे गए हैं और 1200 लोग घायल हुए हैं.”
शुक्रवार देर रात मोरक्को के ओउकेमेडीन के 56 किमी पश्चिम में रिक्टर पैमाने पर 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने यह जानकारी दी है.
इस बीच, सड़कों को से मलबा साफ करने का काम किया जा रहा है और तलाशी व बचाव अभियान जारी है. यह भूकंप 03:41:01 (ऊंचाई+05:30) पर धरती की 18.5 किमी की गहराई में आया. भूकंप की तीव्रता के कारण दक्षिण में सिदी इफनी से लेकर उत्तर में रबात और उससे भी आगे तक भूकंप की तरंगें महसूस की गईं.
भूकंप का केंद्र प्रमुख आर्थिक सेंटर मराकेश से 72 किलोमीटर पश्चिम में है.
अल जज़ीरा के अनुसार, तुर्की आपदा और आपातकालीन प्रबंधन विभाग (एएफएडी) का कहना है कि अगर मोरक्को से आपात सूचना मिलती है तो वह चिकित्सा, राहत और खोज और बचाव एजेंसियों के लिए 265 सदस्यों को अलर्ट पर रखा है.
इसमें कहा गया है कि अगर रबात में अधिकारियों से अनुरोध मिलता है तो एक हजार टेंटों और तंबुओं को मोरक्को ले जाने के लिए दिया गया है.
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था.
एक्स पर पीएम मोदी ने कहा, “मोरक्को में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हों. भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता के लिए तैयार है.”
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में मलबे के पहाड़ और धूल के बादल दिखाई दे रहे हैं, जबकि दीवारें भूकंप की तीव्रता के कारण लटकी नजर आ रही हैं. अन्य पोस्टों में, डरे हुए स्थानीय लोगों को सुरक्षा की तलाश में सड़क पर और आसपास की इमारतों से बाहर भागते देखा जा सकता है.
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