नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के दो दिवसीय दौरे पर हैं और शुक्रवार को पेरिस में आयोजित होने वाले फ्रांसीसी राष्ट्रीय दिवस समारोह में राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे.
फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस या बैस्टिल दिवस, फ्रांसीसी चेतना में एक विशेष स्थान रखता है, क्योंकि यह 1789 में फ्रांसीसी क्रांति के दौरान बैस्टिल जेल पर हमले की याद दिलाता है. बैस्टिल दिवस परेड इस समारोह का मुख्य आकर्षण है.
इस बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार सुबह हिंदी में एक ट्वीट किया.
“मैक्रों ने पीएम मोदी से गले मिलते एक तस्वीर भी शेयर की और लिखा, भारत और फ्रांस 25 साल की रणनीतिक साझेदारी तथा विश्वास और दोस्ती के सदैव मजबूत बंधन का जश्न मना रहे हैं. प्रिय नरेंद्र मोदी पेरिस में हार्दिक स्वागत.”
भारत और फ्रांस 25 साल की रणनीतिक साझेदारी तथा विश्वास और दोस्ती के सदैव मजबूत बंधन का जश्न मना रहे हैं।
प्रिय @NarendraModi, पैरिस में हार्दिक स्वागत! pic.twitter.com/sUoSmdfnw8
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) July 14, 2023
भारत का 269 सदस्यीय त्रि-सेवा दल इस परेड में हिस्सा लेगा. इस अवसर पर फ्रांसीसी जेट विमानों के साथ भारतीय वायु सेना के तीन राफेल लड़ाकू विमान भी फ्लाईपास्ट में शामिल होंगे.
मोदी शुक्रवार को बैस्टिल दिवस परेड में शिरकत करेंगे, फ्रांसीसी नेशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्राउन-पिवेट से मिलेंगे और बुद्धिजीवियों एवं व्यवसायियों के साथ बातचीत की एक सीरीज़ में हिस्सा लेंगे.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारतीय पीएम को एक तस्वीर उपहार में दी है. ये तस्वीर 14 जुलाई 1916 की है, जिसमें पेरिस के रहने वाले एक व्यक्ति को सिखों को फूल भेंट करते हुए दिखाया गया है. वहीं, इन सर्च ऑफ लॉस्ट टाइम किताब के साथ ही कई उपहार दिए गए हैं.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मोदी की यह यात्रा भारत-फ्रांस में रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के बीच हो रही है. उन्होंने कहा कि बैस्टिल दिवस समारोह में विदेशी नेताओं को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किए जाने के उदाहरण बहुत ही कम हैं. आखिरी बार ऐसा 2017 में किया गया था, जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई थी.
एक अधिकारी ने कहा, “विदेशी परेड दल और विदेशी विमानों का इसमें (राष्ट्रीय दिवस समारोह में) शामिल होना और भी दुर्लभ है.”
एलिसी पैलेस (फ्रांस का राष्ट्रपति आवास) में प्रधानमंत्री मोदी का औपचारिक स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद उनके और मैक्रों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी.
दोनों नेता भारत-फ्रांस सीईओ फोरम में भी हिस्सा लेंगे. बाद में शाम को, मैक्रों पेरिस के प्रतिष्ठित लौवर संग्रहालय परिसर में मोदी के लिए आयोजित भोज की मेजबानी करेंगे.
नई दिल्ली में बुधवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा था कि प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा में ‘महत्वपूर्ण पहलू’ शामिल होंगे और यह आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के लिए एक ‘नया मानक’ स्थापित करेगी.
पेरिस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का जोर मुख्यत: द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार पर रहेगा, जिसमें नई दिल्ली द्वारा फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान के 26 नौसैनिक संस्करण की खरीद के लिए जमीनी कार्य को अंतिम रूप देना और भारत में संयुक्त रूप से विमान इंजन विकसित करने संबंधी करार करना शामिल है.
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